Sunil Gavaskar on Workload: भारतीय क्रिकेट टीम जब से टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हारी है, तब से कई दिग्गज उसके प्रदर्शन पर बात कर चुके हैं. कई ने खिलाड़ियों की आलोचना की तो कुछ टीम के खेल की समीक्षा करने लगे. सोशल मीडिया पर तो कई पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी बात रखी. अब भारत के महानतम बल्लेबाजों में शुमार और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम को जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने टीम के ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ पर भी बात की.
भारत का टूटा सपना
टीम इंडिया का 15 साल बाद फिर से टी20 चैंपियन बनने का सपना इंग्लैंड ने तोड़ दिया. रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया को सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने 10 विकेट से मात दी. एडिलेड ओवल मैदान पर टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 6 विकेट पर 168 रन बनाए. हार्दिक पांड्या ने 33 गेंदों पर 63 जबकि विराट ने 40 गेंदों पर 50 रनों का योगदान दिया. इसके बाद इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 16 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. कप्तान जोस बटलर 80 और एलेक्स हेल्स 86 रन बनाकर नाबाद लौटे.
‘IPL में सब भूल जाते हैं’
अब भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया के ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ को लेकर जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप से बातचीत में कहा, ‘भारतीय क्रिकेट टीम को ‘वर्कलोड मैनेजमेंट’ से आगे बढ़ने की जरूरत है, खिलाड़ी इस सब को भूल जाते हैं जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलते हैं. जब आप विश्व कप नहीं जीत सकते तो वर्कलोड की बात करते हैं. जो टीम न्यूजीलैंड के लिए जा रही है, उसमें बदलाव किए गए हैं तो वर्कलोड कैसा.’
‘नॉन-ग्लैमरस’ देशों में जाने पर ही…
गावस्कर ने आगे कहा, ‘आप आईपीएल में खेलते हैं तो पूरा सीजन ही तैयार रहते हैं. वहां आप ट्रैवलिंग करते हैं. सिर्फ पिछला आईपीएल चार अलग-अलग जगहों पर हुआ था, बाकी सब तो आप इधर-उधर जाते रहते हैं. वहां काम का बोझ नहीं होता? सिर्फ जब भारत के लिए खेलना होता है, वो भी तब जबकि आप ‘नॉन-ग्लैमरस’ देशों में जाते हैं, तब आपका वर्कलोड बनता है? ये बात गलत है.’ गावस्कर उन देशों की बात कर रहे थे, जो कम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं या आईसीसी रैंकिंग में काफी नीचे रहते हैं.
वर्कलोड और फिटनेस साथ नहीं हो सकते
73 साल के गावस्कर ने कहा, ‘वर्कलोड और फिटनेस साथ में नहीं हो सकते. अगर आप फिट हैं, तो वर्कलोड का सवाल कहां से आ गया? हम मराठी में कहते हैं कि थोड़ा लाड (प्यार) करते हैं. वो थोड़ा कम करें. हम आपको टीम में ले रहे हैं, हम आपको काफी रिटेनर फीस भी दे रहे हैं. अगर वर्कलोड की वजह से आप खेल नहीं पाते तो फिर फीस भी छोड़ दें.’
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