लखनऊ. पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सुल्तानपुर सांसद रामभुआल निषाद के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. उन्होंने राम भुआल पर आपराधिक इतिहास छिपाने का आरोप लगाया है. दरअसल, सुल्तानपुर से मेनका गांधी को हराकर रामभुआल निषाद सपा सांसद बने हैं. रामभुआल निषाद के चुनाव को कई आधारों पर मेनका ने चुनौती दी है. रामभुआल निषाद पर नामांकन के समय दाखिल शपथपत्र में आपराधिक इतिहास से संबंधित जानकारियां छिपाने का आरोप लगाया गया है. मेनका गांधी ने कोर्ट से अपील की है कि निषाद के चुनाव को रद्द कर दिया जाए. याचिका पर 30 जुलाई को सुनवाई संभव है.याचिका के मुताबिक रामभुआल निषाद पर 12 आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं जबकि उन्होंने अपने शपथ पत्र में मात्र 8 मुकदमों की जानकारी दी. याचिका के मुताबिक रामभुआल निषाद ने गोरखपुर के पिपराइच थाने के दो और बड़हलगंज थाने के तीन आपराधिक मुकदमों की जानकारी छिपाने का आरोप लगाया है. याचिका में रामभुआल निषाद का निर्वाचन निरस्त कर याची मेनका गांधी को निर्वाचित घोषित करने की मांग की गई है.गलत जानकारी देकर चुनाव लड़ने का लगाया आरोपपूर्व मंत्री मेनका गांधी की तरफ से चुनाव याचिका एडवोकेट प्रशान्त सिंह अटल ने दाखिल की है. उन्होंने बताया है कि कोर्ट में कई दस्तावेज पेश करते हुए याचिका में कहा है कि राम भुआल निषाद ने गलत, झूठी जानकारी देकर चुनाव लड़ा है; इससे उनका चुनाव रद्द कर दिया जाए. उन पर 12 मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन उन्होंने केवल 8 का ही जिक्र किया है. गौरतलब है कि बीते चुनाव में समाजवादी पार्टी के नेता रामभुआल निषाद ने मेनका गांधी को 43174 वोटों से हराया था. इससे पहले मेनका गांधी ने सुल्तानपुर सीट पर 2019 में जीत हासिल की थी. जबकि 2014 में उनके बेटे वरुण गांधी जीते थे.FIRST PUBLISHED : July 27, 2024, 23:49 IST