सुलतानपुर: सनातन धर्म में भगवान शंकर जी को सृष्टि पालक का दर्जा दिया गया है. जिसके लिए भारतवर्ष में अलग-अलग जगह पर 12 ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई है, लेकिन उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर स्थित भवम भवानी मंदिर में सभी ज्योतिर्लिंगों की स्थापना की गई है. जहां काफी दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. वैसे तो यह मंदिर भवन भवानी के नाम से प्रसिद्ध है, लेकिन यहां माता जी की प्रतिमा के साथ-साथ भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों की स्थापना की गई है.
लगभग 14 कुंतल के हैं नंदीमंदिर के मुख्य गेट से प्रवेश करते ही आपको लगभग 10 फीट का एक पिलर देखने को मिल जाएगा और इस पिलर पर लगभग 14 कुंतल के नंदी की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसकी भव्यता श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी है और लोग नंदी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं.
यह है खास मान्यता भवन भवानी धाम मंदिर की खास मान्यता यह है कि यहां पर जो भी व्यक्ति अपनी मन्नतें मांगने आता है. उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. जिसका जीता जाता उदाहरण मंदिर के संस्थापक पंडित जय नारायण तिवारी से समझा जा सकता है. लोकल 18 से बातचीत के दौरान मंदिर के पुजारी विनोद पांडेय ने बताया कि जब पंडित जय नारायण तिवारी जी द्वारा माता जी से मांगी गई मनोकामना पूर्ण हुई. तब उन्होंने इस मंदिर की नींव रखी, जो आज श्रद्धालुओं के दर्शन स्थल के साथ-साथ पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया गया है.
इस रास्ते से पहुंचे मंदिर भवन भवानी मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको सुलतानपुर शहर से मोतिगरपुर रोड पर लगभग 26 किलोमीटर जाना होगा. जहां आपको लपटा गांव मिलेगा. इस लपटा गांव में ही हाइवे के किनारे यह मंदिर बनाया गया है, जो साल 2007 में स्थापित हुआ था.
नवरात्रि में होती है भयंकर भीड़ नवरात्र के पावन पर्व पर शाहपुर लपटा स्थित भवमभवानी धाम पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. सुबह से ही पूजन-अर्चन का सिलसिला जब शुरू होता है. वह देर शाम तक जारी ही रहता है. क्योंकि भगवान भोलेनाथ को सभी रूपों के साथ साथ मां के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन भी यहां होते हैं. लोगों की ऐसी मान्यता है कि मां शेरावली के दर्शन से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
प्राकृतिक माहौल से मिलती है शांति भवन भवानी धाम मंदिर को कुछ इस तरह से डिजाइन कर बनाया गया है, जिससे लोगों को शांति की अनुभूत होती है. क्योंकि यहां विशेष पत्थरों की कारीगरी के साथ-साथ कई प्रकार के फूल और पौधे भी लगाए गए हैं, जो लोगों को ईश्वरीय ध्यान लगाने में काफी मददगार साबित होते हैं.
Tags: Local18, Religion, Religion 18, Sultanpur newsFIRST PUBLISHED : October 15, 2024, 19:50 IST