Suhas LY: उत्तर प्रदेश के IAS अफसर सुहास एलवाई ने रविवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. सुहास एलवाई ने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया है. पैरालंपिक सिल्वर मेडल विजेता दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी सुहास एलवाई ने एसएल 4 (शरीर के निचले अंगों में मामूली समस्या) फाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 21-18 21-18 से हराकर अपना पहला विश्व खिताब जीता.
सुहास एलवाई ने रचा कीर्तिमानकर्नाटक के सुहास एलवाई उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. सुहास एलवाई ने कहा, ‘स्वर्ण पदक मिला, खुश हूं और विश्व चैंपियन बनकर गौरवांवित हूं.’ सुहास एलवाई वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के सचिव और महानिदेशक हैं. सुहास एलवाई की इस बड़ी उपलब्धि पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें बधाई दी है.
प्रमोद भगत ने भी किया कमाल
इसके अलावा भारत के प्रमोद भगत और कृष्णा नागर ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए रविवार को पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप की क्रमश: एसएल 3 और एसएच 6 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते. चीन में पैरा एशियाई खेलों में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीतने वाले भगत ने एसएल 3 (शरीर के निचले अंगों में अधिक समस्या) फाइनल में इंग्लैंड के डेनियल बेथेल को 14-21 21-15 21-14 से हराया.
कृष्णा नागर ने लिन नेली पर जीत हासिल की
पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता 35 वर्षीय भगत ने इस प्रकार 2015 में स्टोक मैंडविले और 2019 में बासेल के बाद खिताब की हैट्रिक पूरी की. उन्होंने 2022 में तोक्यो और 2009 में सियोल में भी स्वर्ण पदक जीते. भगत ने कहा, ‘विभिन्न कारणों से यह जीत मेरे दिल में विशेष स्थान रखती है. पहला कारण तो यह है कि मैं अपने आदर्श लिन डैन के पांच विश्व चैंपियनशिप के रिकॉर्ड की बराबरी करने में सफल रहा और दूसरा यह कि मैंने लगातार तीन विश्व चैंपियनशिप खिताब जीते.’ बिहार के भगत पांच साल की उम्र में पोलियो से ग्रसित हो गए थे. एसएच6 (कम लंबाई) श्रेणी में पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर भी पुरुष एकल फाइनल में चीन के लिन नेली पर 22-20 22-20 से जीत हासिल कर चैंपियन बने.