सुगरकेन बाघिन “मिट्ठी” को रास न आया खीरी… 50 KM चल वापस लौटी पीलीभीत

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सुगरकेन बाघिन "मिट्ठी" को रास न आया खीरी... 50 KM चल वापस लौटी पीलीभीत

Last Updated:March 25, 2025, 12:39 ISTPilibhit Tiger Reserve News : पीलीभीत टाइगर रिजर्व की बाघिन “मिट्ठी” 50 किलोमीटर का सफर तय कर खीरी से वापस लौट आई है. गन्ने के खेतों में रहने वाली इस बाघिन की लोकेशन सुरक्षा कारणों से गुप्त रखी गई है. वन विभाग …और पढ़ेंX

खेत में बैठी बाघिन.हाइलाइट्स50 किलोमीटर का सफर तय कर पीलीभीत लौटी बाघिन मिट्ठी.गन्ने के खेतों में रहने के कारण बाघिन का नाम मिट्ठी रखा गया.वन विभाग की टीमें बाघिन मिट्ठी की निगरानी कर रही हैं.पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिला टाइगर रिजर्व अपने गन्ने के खेतों में रहने वाले बाघों के लिए भी मशहूर है. पिछले कुछ दिनों से एक बाघिन गन्ने के खेतों में देखी जा रही है. कुछ समय पहले वह खीरी जिले तक पहुंच गई थी, लेकिन 50 किलोमीटर का सफर तय कर वह फिर से अपने पुराने इलाके में लौट आई है.

हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की तलहटी और शारदा की तराई में बसे जंगलों को तराई आर्कलैंड कहा जाता है. जैव विविधता के लिहाज से यह क्षेत्र काफी संपन्न माना जाता है. यहां का प्रमुख आकर्षण हैं तराई के भारी भरकम बंगाल टाइगर्स, जिनके दीदार के लिए हजारों सैलानी पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आते हैं. लेकिन यहां के कुछ बाघ जंगल छोड़कर जंगल से सटे इलाकों में रहने लगते हैं. इन्हें सुगरकेन टाइगर्स कहा जाता है. वर्तमान में इनकी संख्या लगभग आधा दर्जन बताई जाती है.

सुरक्षा कारणों से नहीं साझा किया लोकेशनपिछले कुछ महीनों से पीलीभीत के एक इलाके में एक बाघिन गन्ने के खेतों में अपनी टेरिटरी बना रही है. खास बात यह है कि अब तक इस बाघिन की मौजूदगी से किसी भी तरह का संघर्ष नहीं हुआ है. वाइल्डलाइफ कंटेंट क्रिएटर हरविंदर मान इस बाघिन की गतिविधियों को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करते हैं. उन्होंने गन्ने के खेतों में रहने के कारण इस बाघिन का नाम मिट्ठी रखा है. हरविंदर का कहना है कि लंबे समय से बाघिन की मौजूदगी के कारण उन्हें उससे खास लगाव हो गया है. इसलिए वे उसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसकी लोकेशन को गुप्त रखते हैं.

ड्रोन फुटेज आया था सामनेजानकारी के मुताबिक, यह बाघिन कुछ दिनों पहले चहलकदमी करते हुए पड़ोसी जिले खीरी तक पहुंच गई थी, जहां लोगों ने इसका ड्रोन फुटेज भी साझा किया था. दो दिन पहले यह बाघिन फिर से अपने पुराने इलाके में देखी गई है, जहां वन विभाग की टीमें उसकी निगरानी कर रही हैं.
Location :Pilibhit,Pilibhit,Uttar PradeshFirst Published :March 25, 2025, 12:39 ISThomeuttar-pradeshसुगरकेन बाघिन “मिट्ठी” को रास न आया खीरी… 50 KM चल वापस लौटी पीलीभीत

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