study says AI will identify arrhythmia patients know more about it | AI पता लगाएगा एरिथमिया का थतरा, कार्डिएक अरेस्ट आने से पहले बजाएगा खतरे की घंटी

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study says AI will identify arrhythmia patients know more about it | AI पता लगाएगा एरिथमिया का थतरा, कार्डिएक अरेस्ट आने से पहले बजाएगा खतरे की घंटी



Can AI Detect Arrhythmia: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारी जिंदगी हर तरह से आसाना बनाता है. अब हेल्थकेयर में भी AI काफी ज्यादा मददगार साबित हो रहा है. इसकी मदद से कई खतरनाक बीमारियों का पता लगाया जा सकता है. हेल्थकेयर में AI बीमारियों का जल्दी पता लगाने, इलाज में मदद करने और मरीजों की देखभाल को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है, इससे मेडिकल फील्ड में कांति भी आ सकती है. इसी बीच एक स्टडी सामने आई है, कि AI एरिथमिया (Arrhythmia) से जूझ रहे मरीजों की आसानी से पहचान कर सकती है. आपको बता दें, एरिथमिया (Arrhythmia) एक ऐसी स्थिति है, जो कार्डियक अरेस्ट से अचानक हो रहे मृत्यु का कारण बन सकती है. 
AI करेगा एरिथमिया के मरीजों की पहचानअमेरिकी साइंटिस्ट के साथ मिलकर इनसर्म पेरिस सिटे यूनिवर्सिटी और पेरिस पब्लिक हॉस्पिटल्स ग्रुप (एपी-एचपी) के रिसर्चर्स ने यह स्टडी की है. स्टडी में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिदम विकसित किया गया है, जो गंभीर अतालता यानि Arrhythmia के रिस्क वाले रोगियों को पहचानने की ताकत रखता है. यह स्टडी जल्दी ही यूरोपियन हार्ट जर्नल में पब्लिश होने वाली है. इस  स्टडी में रिसर्चर्स ने 240,000 से अधिक एम्बुलेटरी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम से मिले डेटा को एनालाइज किया, इनमें AI मॉडल ने सीरियस एरिथमिया को बिल्कुल सही प्रीडिक्ट किया. इनमें से 70% से ज्यादा मामलों में दो हफ्तों के अंदर कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है. इसे एक बड़ा अचीवमेंट माना जा रहा है. 
एरिथमिया क्या है?एरिथमिया हार्टबीट के इरेगुलर और अबनोर्बल रीदम को कहते हैं. इस स्थिति में हार्टबीट बहुत तेज, बहुत धीमा या इरेगुलर हो सकती है. कुछ मामलों में, यह जानलेवा भी साबित हो सकती है, इससे स्ट्रोक, दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है. 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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