Students claim farmers adopt this model, income will also double, will not have to depend on the market – News18 हिंदी

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मेरठ:- किसानों farmers की आय Income दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार Central Government, द्वारा अनेकों नीतियां बनाई जा रही हैं.जिससे किसानों को कम लागत में बेहतर सुविधा मिल सके.इसी कड़ी में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय Chaudhary Charan Singh University में आयोजित साइंस फेस्टिवल Science festival में छात्रों द्वारा कृषि आधारित ऐसे मॉडल पेश किए गए.जिसके माध्यम से किसान वेस्ट मटेरियल का उपयोग करते हुए ही कम खपत में बेहतर फसल उगा सकते हैं.
बीज खाद के लिए किसानों को नहीं जाना होगा बाजारमॉडल की जानकारी देते हुए सीसीएसयू पादप संरक्षण विभाग के छात्र-छात्राओं ने बताया कि अगर किसान गाय के गोबर और गाय के गोमूत्र का उपयोग करते हुए खेती करें तो काफी लाभ होगा.छात्रों का कहना है कि किसान के पास गाय भी होती हैं.गोबर,गोमूत्र भी होता है. उससे वह खाद का उपयोग कर सकते हैं.उसी खाद्य में जो फसल का वेस्ट मटेरियल होता है.उसको मिलाते हुए गाय के गोमूत्र के माध्यम से एक बेहतर खाद का उपयोग करेंगे. जिससे फसल बेहतर होगी.इतना ही नहीं जो किसान फसल को कीड़े से बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों को खरीदते हैं.वह भी फसल के बाद जिस प्रकार से पराली या अन्य प्रकार का वेस्ट मटेरियल होता है. उसको एक स्थान पर एकत्रित कर गाय के गोमूत्र के माध्यम से केमिकल आधारित खाद्य बना सकते हैं.जिससे खेती को नुकसान नहीं होगा. इतना ही नहीं किसानो के पास खुद का बीज होता है.उसी बीज का उपयोग करते हुए वह खेती करेंगे.इससे उन्हें लाभ भी होगा.
मछली,बत्तख एक साथ पालने में भी होगा फायदाकिसान मछली पालन भी कर सकते हैं.जिसके लिए तीन लेयर की एक झोपड़ी बनानी होगी.नीचे जहां तलाब बना सकते है,मछली पालन करते हैं.उसके ऊपर एक लेयर में बत्तख पालन कर सकते है. बत्तख की बीट मछली का खाना बन जाएगी. तीसरी लेयर में हरी सब्जिया तोरी,लोकी भी उगायी जा सकती है.
किला परीक्षित गढ़ में भी गो आधारित खेती का फायदा उठा रहे हैं किसानबताते चलें कि किला परीक्षित गढ़ में भी किसान द्वारा गो आधारित खेती को किया जा रहा है.जिससे वे अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक कर रहे हैं.उन किसानों का कहना है कि इन माध्यम से खेती करने से जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ रही है. साथ ही कमाई में बेहतर फसल हो रही है.विश्वविद्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी डॉ अजय कुमार एवं डॉक्टर दयाशंकर श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में एमएससी एजी के शोध छात्रों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है. इसमें सौरभ शुक्ला, इकतेदार चौधरी, सचिन कुमार वर्मा सहित अन्य छात्र- छात्राएं शामिल हैंरिपोर्ट:-विशाल भटनागर मेरठ

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