रिपोर्ट- विशाल झागाजियाबाद. फास्ट लाइफ में फास्ट फूड ने भी अपनी जगह बना ली है. फास्ट फूड का जायका स्वाद में तो अच्छा लगता है पर शरीर के लिए उतना ही खतरनाक होता है. जिसके कारण मोटापा भी तेजी से बढ़ता है. कई बार मोटापा इतना बढ़ जाता है की जिंदगी बोझ लगने लगती है. ऐसा ही हुआ मेरठ के रहने वाले 32 वर्षीय वैभव जैन के साथ जिनका वजन 208 किलो था. वैभव को लगाता था की उन्हें ये जिंदगी क्यों मिली है? ना पसंद के कपड़े पहन पाते थे, ना ठीक से खा पाते थे. साथ ही लोगों की आलोचनाएं भी सहन करनी पड़ती थी.
वैभव ने बताया की उनको रेडीमेड कपड़े पहनना काफी पसंद है पर मोटापे के कारण वो नहीं पहन पाते थे. थोड़ी सी दूर चलने पर ही सांस भी काफी फूलने लगती थी. वैभव को जिम करना भी पसंद है पर वो पहले ये शौक पूरा नहीं कर पाते थे और मोटापा सामने आ जाता था. इसके अलावा लंबे समय तक ड्राइविंग करने पर पीठ में दर्द होने लगती थी.
मोटापे के कारण खोया पितासाल 2020 में वैभव के पिता की उम्र 57 वर्ष थी जब किडनी फेल होने के कारण उनकी मौत हो गई. वैभव बताते हैं की पिता जी भी काफी मोटे थे इस कारण से उनको हाई डायबिटीज रहती थी. इस किस्से से भी वैभव ने सबक लिया था.
चैलेंजिंग होती हैं बेरियाट्रिक सर्जरीमैक्स वैशाली के मिनिमल एक्सेस बेरियाट्रिक एंड रोबोटिक सर्जरी के निदेशक डॉ विवेक बिंदल ने हमें बताया की ये सर्जरी वैभव पर करना चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि हमें उतने बड़े पेट और लिवर को डील करना था. इसलिए ही रोबिटिक सर्जरी की जाती है क्योंकि वो एक एडवांस सिस्टम है. जिसकी मदद से बिना किसी ब्लीडिंग और कॉम्प्लिकेशन के मरीज की सफल सर्जरी की जाती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: ObesityFIRST PUBLISHED : March 09, 2023, 08:22 IST
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