मेरठ. बदायूं के अरविंद राणा ने मर्चेंट नेवी से सफाई कर्मचारी की नौकरी छोड़कर चार लड़कों के साथ गैंग बनाई. फिर खुद का ‘भर्ती बोर्ड’ बना लिया. राणा ने सेना में नौकरी दिलाने की आड़ में जालसाजी शुरू कर दी. फर्जी दस्तावेज तैयार कर ज्वाइनिंग भी लेटर बांटता था. मेरठ STF और आर्मी इंटेलिजेंस ने जालसाजी का शिकार हुए 40 लड़कों को ट्रेस किया है. अरविंद राणा को मेरठ मिलिट्री अस्पताल के पास से गिरफ्तार कर सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एसटीएफ के एसीपी बृजेश सिंह ने बताया कि मिलिट्री हॉस्पिटल में अरविंद फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाने आया था. एसटीएफ ने जैसे ही उसे पकड़ा तो युवक ने कहा कि वह मर्चेंट नेवी है. उसने आईडी भी दिखाई. उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, मिलिट्री कार्ड, जॉइनिंग लेटर और दस्तावेज मिले. अब उसके गैंग के अन्य साथियों की तलाश जारी है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी सेना में जॉब दिलाने का पूरा खेल कैसे चल रहा था. पूछताछ में सामने आया कि अरविंद राणा एक कैंडिडेट से 5 लाख रुपये की डिमांड करता था. आरोपी कई करोड़ रुपये की जालसाजी को अंजाम दे चुका है.
10वीं पास अरविंद ने बताया कि 2018 में मुंबई में मर्चेंट नेवी में उसकी सफाईकर्मी की नौकरी लगी थी. नौकरी करते समय उसे हमेशा डर लगा रहता था कि जहाज पलट सकता है इसलिए डेढ़ साल में ही नौकरी छोड़ दी. हालांकि नौकरी में रहने के दौरान वह सेना का अनुशासन और काम के तौर तरीके जान गया था. नौकरी छोड़ने के बाद उसने 4 और लोगों के गैंग बनाई. यह गैंग लड़कों को सेना में नौकरी दिलाने की आड़ में जालसाजी करती थी.
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अरविंद ने बताया, ‘जब मर्चेंट नेवी की नौकरी मैंने छोड़ी तो मेरी मुलाकात बिजनौर के सौरम से हुई. उसने मुझे हापुड़ के योगेश गौतम से बात करने को कहा और कहा कि योगेश तुम्हारी कहीं और नौकरी लगवा देगा. अरविंद ने कहे अनुसार योगेश गौतम से मुलाकात की. योगेश ने उसे बागपत के अजय उर्फ गुरुजी, बिट्टू उर्फ पहलवान और विष्णु उर्फ बलराम से मिलवाया. सबने मिलकर गैंग बनाया. अजय ने अरविंद से कहा कि सेना में नौकरी के लिए तुम्हारी उम्र निकल चुकी है. अजय ने ही उसे आर्मी भर्ती के नाम पर ठगी करने के सिंडिकेट में शामिल होने का ऑफर दिया.
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अजय ने पूरा प्लान समझाया और कहा कि हमें लड़के लाकर दो. उनसे हम 4-5 लाख रुपये लेंगे. तुम्हारा हिस्सा दिया जाएगा. फर्जी जॉइनिंग लेटर, फर्जी मेडिकल बनवाकर लड़कों को दिया करेंगे. अरविंद ने फर्जी नाम और पते से आर्मी का आईकार्ड बनवाया. आधार कार्ड व पैन कार्ड भी फर्जी नाम-पते से बनवा लिया. अरविंद इन दस्तावेजों का इस्तेमाल अलग-अलग जगह पर रुकने के लिए करता था. आरोपी ने अपनी गैंग के साथ करीब 40 अभ्यर्थियों से पैसे ठगे.
Tags: Bizarre news, Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 13:26 IST