अखंड प्रताप सिंह/कानपुरः गणित का नाम सुनते ही छात्र-छात्राओं को डर सा लगने लगता है. लेकिन वैदिक गणित के उपयोग से गणित की कठिन-कठिन समस्याएं बेहद आसानी से हल हो सकती हैं. अब वैदिक गणित को सिलेबस में भी लाने की तैयारी शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है. इसके लिए शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास देश भर के कई बड़े विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू कर चुका है और अब स्कूली बच्चों को भी वैदिक शिक्षा से जोड़ने के लिए कवायद शुरू हो गई है. इतना ही नहीं कानपुर के सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर में प्रदेश की पहली वैदिक गणित लैब भी स्थापित की जा रही है.
सर पदमपत सिंघानिया एजुकेशन सेंटर की प्रिंसिपल भावना गुप्ता ने बताया कि स्कूल में वैदिक गणित के कांसेप्ट को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है. इसके लिए एक कांफ्रेंस भी आयोजित हो रही है. इसके साथ ही अब गणित के साथ छात्र-छात्राओं को वैदिक गणित का भी पाठ पढ़ाए जाने की तैयारी है. जिस प्रकार से हफ्ते में 6 दिन गणित की क्लास लगती है, तो उसमें अब दो दिन वैदिक गणित को भी पढ़ाया जाएगा. इतना ही नहीं अब स्कूल में वैदिक गणित लैब की स्थापना की जा रही है, जो प्रदेश में पहली ऐसी लैब होगी.
देशभर में चल रहा वैदिक गणित पर काम
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास संस्था के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉक्टर राकेश भाटिया ने बताया कि देशभर में वैदिक गणित को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है. इसके अब कई सर्टिफिकेट कोर्स भी देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शुरू हो गए हैं. इसके साथ ही देश की लगभग 15 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से करार किया गया है, जहां पर वैदिक गणित को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है.
वैदिक गणित को दिया जा रहा बढ़ावा
इतना ही नहीं दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक स्तर पर अभी वैदिक गणित का एग्जाम भी कराया है. इस तरीके से अब देश की अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा भी सिलेबस तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही अब छोटी कक्षाओं में भी वैदिक गणित को बढ़ावा देने के लिए काम किया जा रहा है. जिसके लिए विभिन्न बोर्ड से भी बात चल रही है. जहां पर अब जो नया सिलेबस तैयार किया जा रहा है, उसमें वैदिक गणित को भी स्थान देने का काम किया जा रहा है.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : March 15, 2024, 20:14 IST
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