मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखने वाले जो भी किसान मछली पालन के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं उनके लिए जरूरी जानकारी है. जिस तरीके से ठंड के मौसम की शुरुआत हो गई है इससे वह चिंतित भी हैं. दरअसल, ठंड में मछली में ग्रोथ की दिक्कत होने लगती है. ऐसे सभी मछली पालक की चिंता का विशेष ध्यान रखते हुए लोकल-18 टीम द्वारा मेरठ मत्स्य विभाग के कार्यकारी अधिकारी बिनोद कुमार से खास बातचीत की गई. उन्होंने मछली पालन को लेकर विभिन्न टिप्स दिए.निर्धारित समय पर करें पानी में बदलाव बिनोद कुमार ने बताया कि इस समय पानी ठंडा होने से मछलियों की ग्रोथ में नुकसान होने की संभावनाएं बढ़ जाती है. ऐसे में सभी मछली पालक किसान निर्धारित समय पर पानी के निकासी और नए जल की व्यवस्था तालाब में करते रहें. इसी के साथ-साथ पानी में चूना और नमक का भी उपयोग करें. क्योंकि इस समय कई प्रकार के ऐसे तत्व भी पानी में उत्पन्न हो जाते हैं जो मछली को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में अगर चूना और नमक का उपयोग करेंगे तो उससे सभी बैक्टीरिया समाप्त होंगे.तापमान का रखें खास ध्यान सर्दियों के मौसम में तापमान में भी काफी गिरावट देखने को मिलती है. ऐसे में जो मछली पालक हैं वह सभी तालाब में तापमान को भी 25 से 30 डिग्री तक जरूर मेंटेन रखें. इसके लिए जो विभिन्न प्रकार के यंत्र आते हैं और साथ ही ऑक्सीजन के लिए जो टैब आता है उसकी गोलियों का भी समय-समय पर प्रयोग करते रहें.बताते चलें कि तालाब में तीन प्रकार की मछलियां पाई जाती है. सबसे प्रथम तल पर जहां आपको कतला मछली देखने को मिलेगी वहीं दूसरी लेयर में रोहू और तीसरी लेयर में मृंगल मछली होती है. सर्दियों के दौरान यह तीनों ही एक जगह हो जाती हैं. जिससे मछलियों की ग्रोथ में काफी गिरावट होती है. मछली पालक अगर इस तरह की सावधानी रखेंगे तो नुकसान की संभावनाएं कम होंगी और उनको अच्छा मुनाफा होगा.FIRST PUBLISHED : November 13, 2024, 22:40 IST