सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : अयोध्या में प्रभु राम के प्राण प्रतिष्ठा का यज्ञ अनुष्ठान चल रहा है. प्रभु श्रीराम को विरजमान करने के लिए लगातार विधि-विधान से पूजा की जा रही है. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का आज 5 वां दिन है . 22 जनवरी को यहां श्रीरामलला का प्राण प्रतिष्ठा उत्सव है और उसके बाद रामलला अपने मंदिर में विराजमान होंगे. ऐसे में भगवान राम के मंदिर के लिए देश ही नहीं विदेश से भी उपहार आ रहे हैं. जिसमें आज अफगानिस्तान भी शामिल हो गया. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और पाकिस्तान, अफगानिस्तान , नेपाल, श्रीलंका समेत दुनिया के सभी देशों से लोग राम मंदिर में अपना योगदान दे रहे हैं.
विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार के अनुसार कश्मीर के मुस्लिम भाइयों ने राम मंदिर के लिए केसर भेजा है. उन्होंने बताया कि मेरे पास कश्मीर के कुछ लोग आए थे. जिसमें मुस्लिम भाई, बहन थे. उन्होंने राम मंदिर निर्माण पर खुशी जताई . कश्मीर के मुस्लिम भाइयों ने बताया कि हमारा मजहब अलग है लेकिन हमारे पूर्वज एक हैं और प्रभु राम हम सबके पूर्वज हैं. उसके बाद उन मुस्लिम भाइयों ने राम मंदिर के लिए कश्मीर का जैविक रूप से उत्पादित 2 किलो शुद्ध केसर रामलला के लिए भेंट किया है. हमने राम मंदिर के मुख्य यजमान अनिल मिश्रा को यह केसर समर्पित कर दिया है.
अफगानिस्तान से आया इस नदी का जलइतना ही नहीं आलोक कुमार ने बताया कि कश्मीर के केसर के अलावा तमिलनाडु के रेशम निर्माताओं ने श्री राम मंदिर का चित्र जो रेशम की चादर बना है भेंट किया है तो वहीं अफगानिस्तान से काबुल नदी जिसे स्थानीय भाषा में “कुभा” कहा जाता है उसका जल प्रभु राम के अभिषेक के लिए भेजा गया है. बता दें कि बीते दिनों लगभग 150 देशों के पवित्र नदियों का जल भी धर्म नगरी अयोध्या लाया गया था. जिसमें बाबर की जन्मस्थली का भी जल था. इसके अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान का भी जल उसमें सम्मिलित था. यानी कि अयोध्या के राम मंदिर में पूरे देश-दुनिया को समाहित करने का प्रयास किया गया है.
देश-दुनिया को एक सूत्र में बांध रहा राम मंदिरराम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि पूरे देश का समर्पण प्रभु को मिल रहा है. जाति, पंथ, मजहब को भूलकर पूरा समाज रामलला के प्रति अपना समर्पण भेज रहा है. चाहे वह नेपाल से आने वाली भेंट हो या फिर कश्मीर से आने वाला केसर हो. इतना ही नहीं देश-दुनिया भर के तमाम राम भक्तों ने अयोध्या के राम मंदिर में कुछ ना कुछ समर्पित किया है. अयोध्या का राम मंदिर न सिर्फ धार्मिकता का प्रतीक है बल्कि पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का भी कार्य कर रहा है.
.Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 20, 2024, 21:57 IST
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