Sonbhadra News: जेल में बंद कैदी दिखाएंगे अपने हाथों का हुनर, जूट का बनाएंगे अनोखा पर्स और बैग

admin

Sonbhadra News: जेल में बंद कैदी दिखाएंगे अपने हाथों का हुनर, जूट का बनाएंगे अनोखा पर्स और बैग

सोनभद्र: यूपी के सोनभद्र जेल में बंद कैदी जूट का सामान बनाना सीखेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत कक्षाएं शुरू होंगी. इस दौरान कैदी जूट के पर्स, बैग और सजावटी सामान बनाना सीखेंगे.

कारागार में कैदी बनाएंगे जूट के उत्पादइसके लिए जल्द ही जेल के भीतर कक्षाएं संचालित होंगी. जहां प्रशिक्षण के दौरान कैदियों को जूट के बैग, पर्स और अन्य सजावटी सामान बनाना सिखाया जाएगा. साथ ही जेल में प्रशिक्षण के लिए कैदियों को चुना गया है. सबसे खास बात यह है कि जेल में लगने वाली कक्षाओं के लिए इन कैदियों को बॉयोमैट्रिक उपस्थिति भी लगानी होगी.

कैदियों को शिक्षक देंगे प्रशिक्षणउत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की ओर से यह कक्षाएं संचालित कराई जा रही हैं. जहां कक्षाओं के लिए रोजाना मिशन के शिक्षक जेल में जाकर कैदियों को पढ़ाई कराएंगे. साथ ही कैदियों को यह प्रशिक्षण हैंडी क्रॉफ्ट एंड कॉरपेट ट्रेड के तहत दिया जा रहा है. मिशन से जुड़े प्रशिक्षकों का मानना है कि इससे जेल में बंद कैदी बाहर आकर अपने जीवन को नए सिरे से शुरूआत कर सकते हैं.

वहीं, खास बात यह है कि कैदियों को प्रशिक्षण के दौरान मिशन के अन्य प्रशिक्षण संस्थानों की ही तरह माहौल दिया जाएगा. इसके अलावा इस प्रशिक्षण के दौरान कैदियों को जूट के उत्पादों का बाजार में विस्तार से समझाया जाएगा.

जिला जेल अधीक्षक ने बतायावहीं, जेल में चलने वाली कक्षाओं के बारे में जिला जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने लोकल18 से खास बात चीत में जानकारी देते हुए बताया कि इस मिशन की ओर से जल्द ही जेल में कक्षाओं का संचालन शुरू करा दिया जाएगा. इसके लिए जिला कारागार में सभी तरह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. जहां शिक्षकों के नामों का चयन भी कर दिया गया है.

वहीं, कक्षाओं के लिए जेल में अलग स्थान भी बनाया गया है. जहां उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की ओर से यह कक्षाएं संचालित कराई जा रही हैं. कक्षाओं के लिए रोजाना मिशन के शिक्षक जेल में जाकर कैदियों को पढ़ाई कराएंगे. कैदियों को यह प्रशिक्षण हैंडी क्राफ्ट एंड कॉरपेट ट्रेड के तहत दिया जा रहा है.

बता दें कि मिशन से जुड़े प्रशिक्षकों का मानना है कि इससे जेल में बंद कैदी बाहर आकर अपने जीवन की नए सिरे से शुरूआत कर सकते हैं. जहां बॉयोमैट्रिक उपस्थिति भी लगेगी. साथ ही यह भी जानकारी रहेगी कि मिशन की कक्षाओं में आने वाले बंदी और कैदियों के लिए जेल में बाकायदा उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी. यह उपस्थिति बॉयोमैट्रिक होगी उपस्थिति 70 फीसदी होने के बाद ही इन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी.

उत्पादों को बेचना भी सिखाया जाएगाकैदियों को उत्पादों को बनाए जाने के साथ ही उन्हें उत्पादों से जुड़ी अन्य जानकारी भी विशेषज्ञों की ओर से दी जाएगी. इस प्रशिक्षण के दौरान सेल्स और मार्केटिंग के अलावा जूट उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों को भी प्रशिक्षण के दौरान समय-समय पर शामिल किया जाएगा.

यह विशेषज्ञ कैदियों को उत्पादन का बाजार, खरीदार, डिजाइन का चयन, उत्पादन का मूल्य निर्धारित करना, जूट के उत्पादन से पहले कच्चे माल की खरीदारी,बेहतर जूट की पहचान करना व प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी जूट के उत्पादों की जानकारी देंगे. इसके अलावा कैदियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा.

ऐसे हुआ चयनजेल के भीतर कक्षाओं के लिए र्कैदियों का बाकायदा चयन किया गया है. इस चयन में सबसे पहले प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए कैदियों की रुचि जानी गई. रुचि के अनुसार जिन कैदियों ने प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए हामी भरी है. उन्हें प्रशिक्षण में शामिल किया गया.

इन कैदियों को प्रशिक्षण के बाद बकायदा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. सोनभद्र जनपद के जिला जेल घुरमा में मौजूद बंदियों को इस योजना का लाभ देने के लिए सभी संबंधित तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
Tags: Local18, Sonbhadra News, UP newsFIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 14:13 IST

Source link