सोनभद्र: अब सोनभद्र के किडनी रोगियों को डायलिसिस के लिए अपने नंबर का इंतजार नहीं करना होगा. जिला अस्पताल परिसर में संचालित डायलिसिस यूनिट में बेड खाली चल रहे हैं. उपचार के लिए आने वाले मरीजों को अब तत्काल डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध होगी. पीपीपी मॉडल पर संचालित डायलिसिस यूनिट में कुल 9 बेड उपलब्ध हैं. इस पर दिन में तीन शिफ्टों में मरीजों की डायलिसिस होती है. इस तरह रोजाना 27 मरीजों की डायलिसिस हो सकती है.कुछ महीने पहले तक करना पड़ता था इंतजारमौजूदा समय में 18 से 19 मरीजों की डायलिसिस रोज हो रही है अन्य बेड खाली हैं. कुछ माह पहले तक डायलिसिस के लिए मरीजों को बेड खाली होने की प्रतीक्षा करनी होती थी. ऐसे में वह निजी केंद्रों की महंगी सेवाएं लेने के लिए मजबूर हुआ करते थे. अतिरिक्त बेड लगने के बाद मरीजों की यह समस्या दूर हुई. जिला अस्पताल से मिली विभागीय जानकारी के अनुसार बताया गया कि वर्तमान में 40 मरीज पंजीकृत हैं. जरूरत के अनुसार 2 से तीन दिन के अंतराल पर मरीजों की डायलिसिस होती है.नए मरीजों का इलाज जल्दवर्तमान समय में बेड खाली हैं नए मरीजों को भर्ती कर शीघ्र उपचार कर दिया जाएगा. यूनिट में डायलिसिस करने के लिए कोई शुल्क नहीं है. आपको बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग से मिली नई जानकारी के अनुसार जिले में किडनी की बीमारी से मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. गलत खान – पान के चलते लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. किडनी में स्टोन संक्रमण के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. डायलिसिस यूनिट में पिछले एक वर्ष में 30 नए मरीज पंजीकृत हुए हैं.क्यों बढ़ रही है बीमारीजिला अस्पताल में डॉक्टर एस. एस. पांडेय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार किडनी की बीमारी बढ़ने की कई वजह हैं, इसमें कम और दूषित पानी पीना भी एक वजह है. प्रतिदिन किसी व्यक्ति को कम से कम 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए. इसके अतिरिक्त अपना बीपी शुगर नियंत्रित रखें. पथरी संक्रमण की समस्या होने पर तत्काल समय से उपचार कराना चाहिए. ज्यादा देर तक यूरीन को रोक कर न रखें. ऐसा करने पर भी किडनी पर सीधा बुरा असर पड़ता है.FIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 07:53 IST