Last Updated:January 12, 2025, 21:01 ISTSmart meter ke kya fayde hain: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं. एक तरफ तो इन मीटरों की कई खासियतें बताई जा रही हैं तो दूसरी तरफ लोगों में इन स्मार्ट मीटर से जुड़े कई भ्रम हैं.सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बिजली के पुराने मीटर बदलकर नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में कई तरह के भ्रम हैं. यूपी के सोनभद्र जिले में भी स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में कंफ्यूजन की स्थिति है. यूपी के पूर्वांचल में भी इस वक्त लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की कवायद चल रही है. लोकल 18 ने इसे लेकर विभागीय अधिकारी से जानने का प्रयास किया तो इस बारे में अवर अभियंता संत कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का उद्देश्य आम लोगों को लाभ पहुंचाना है, न कि उन्हें परेशान करना.
लोगों के बीच सबसे बड़ा भ्रम यह है कि स्मार्ट मीटर से बिजली का बिल ज्यादा आएगा. लोगों के इस भ्रम को दूर करते हुए बीजली विभाग के अधिकारी ने कहा कि स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल नहीं आता है. बिजली काटने से जुड़े एक और नियम के बारे में बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि आधी रात को बिजली नहीं काटी जा सकती है. अगर बिजली काटी भी जायेगी तो सुबह 10 बजे से दोपहर 2:00 बजे के बीच ही काटी जायेगी.
उन्होंने कहा कि सरकार आम लोगों की सुविधा के लिए स्मार्ट मीटर लगा रही है. कई जगहों पर स्मार्ट मीटर लगाये भी गये हैं. सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये गये हैं. उन्होंने लोगों को किसी भ्रम और बहकावे से बचने के लिए कहा है. स्मार्ट मीटर बिजली की खपत को नियंत्रित करने और लोगों की सुविधा के लिए लगाए जा रहे हैं. लोग बिजली विभाग के एप के जरिए अपने रोज के बिजली के खपत की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. एक साथ एडवांस में भी पैसा जमा कर सकते हैं. स्मार्ट मीटर को ऑनलाइन रिचार्ज करने पर एक प्रतिशत की छूट भी दी जाती है.
एक भ्रम लोगों को यह है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के पैसे लिए जाएंगे. लोगों के इस भ्रम को दूर करते हुए बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि स्मार्ट मीटर नि:शुल्क लगाया जाता है. हालांकि, मीटर लगवाते समय उपभोक्ता अपना मोबाइल नंबर अवश्य दर्ज करा लें. उन्होंने कहा कि बिजली काटने से पहले उपभोक्ताओं के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही मीटर रिचार्ज करने का मैसेज दिया जाता है. इसके साथ ही मीटर रिचार्ज नहीं होने पर भी उपभोक्ता दो दिनों तक बिजली का उपयोग कर सकते हैं. दो दिनों के बाद तीसरे दिन बिजली कटेगी.
बिजली विभाग के कर्मचारी ने बताया कि छुट्टी वाले दिन उपभोक्ताओं की बिजली नहीं काटी जायेगी. स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रीपेड मीटर से बिजली की खपत की सटीक और वास्तविक समय में निगरानी की जा सकेगी. इससे बिजली की बर्बादी को रोकने में काफी मदद मिलेगी. स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत का सही-सही हिसाब रखा जा सकेगा जिससे उपभोक्ताओं को बिलिंग में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
स्मार्ट मीटर को रिमोट से रीड और कंट्रोल किया जा सकता है जिससे बिजली विभाग को मीटर रीडिंग के लिए घर-घर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. यह उपभोक्ताओं और विभाग दोनों के लिए समय और संसाधन दोनों की बचत करेगा. स्मार्ट मीटर लगने से खपत और बिलिंग में पारदर्शिता आयेगी और उपभोक्ताओं को अधिक सुविधा और नियंत्रण प्राप्त होगा.
बताया गया कि फिल हाल यह स्मार्ट मीटर अभी पोस्टपेड की तर्ज पर ही प्रयोग किया जाएगा. शहरी इलाकों के बाद ग्रामीण इलाकों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाने की बात भी बिजली कर्मचारी ने कही.