एक अच्छी नींद और आराम करना शरीर के प्रमुख अंग प्रणालियों के लिए फायदेमंद होता है. नींद की सेहत सीधे पूरे स्वास्थ्य से संबंधित है. नींद एक जटिल बायोलॉजिकल प्रक्रिया है जो शरीर को आराम और स्वस्थ रखती है. यह शरीर को एनर्जेटिक बनाता है, दिल और वैस्कुलर सिस्टम को आराम देता है, मसल्स को बढ़ाता है, सेल्स की मरम्मत करता है और इम्यूनिटी बूस्ट होती है.
यूरोपियन हार्ट जर्नल – डिजिटल हेल्थ में नवंबर 2021 में प्रकाशित एक अध्ययन ने सही समय पर सोने और दिल की बीमारी की घटनाओं के बीच लिंक का सुझाव दिया था. अध्ययन में विशेष रूप से महिलाओं के लिए नींद का समय और दिल की बीमारी के रिस्क बीच संबंध की संभावना पाई गई. अध्ययन में भाग लेने वालों में 55% से अधिक महिलाएं थीं.
10-11 के बीच सोने का सही समयशोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि रात 10 से 11 बजे के बीच सोने वालों में दिल की बीमारी की घटनाएं सबसे कम थी. उन्होंने पाया कि रात 11 बजे से आधी रात के बीच सोने से खतरा 12% तक बढ़ जाता है. वहीं, रात 10 बजे से पहले सोने वालों में खतरा 24% बढ़ जाता है.
आधी रात के बाद सोना सेहत के लिए हानिकारक क्यों है?शोधकर्ताओं ने बताया कि हमारा अध्ययन इंगित करता है कि देर रात सोना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. सबसे जोखिम भरा समय आधी रात के बाद था, क्योंकि इससे सुबह की रोशनी को देखने की संभावना कम होता है. जो शरीर की घड़ी को रीसेट करता है.
बेहतर नींद के लिए 7 आसान उपाय
एक शेड्यूल पर टिके रहें. सोने का रूटीन बनाएं.
यदि आपको दिन की झपकी के बाद सोने में परेशानी होती है, तो दिन के समय की झपकी को सीमित करें.
अपनी दिनचर्या में अधिक से अधिक शारीरिक गतिविधियों को शामिल करें.
सोने के समय से कम से कम 2 घंटे पहले अपना डिनर कर लें.
सोने से पहले पढ़ने या ध्यान करने जैसी स्वस्थ आदत शुरू करें.
सुनिश्चित करें कि आपका गद्दा, तकिए और बिस्तर साफ हो.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और गैजेट्स को बिस्तर से दूर रखें.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.