सीतापुर/ हिमांशु श्रीवास्तव. शाहजहांपुर रोड नेशनल हाईवे पर स्थित उरदोली कस्बा जोकि सीतापुर शहर से 22 किमी की दूरी पर स्थित है. इसी कस्बे में लगभग 75 साल पुरानीमिठाई की शॉप है. इस शॉप मेंउरदोली के पेड़ेजनपद स्तर परमशहूर है. इन पेड़ोंकी महक सीतापुरही नहीं बल्कि दूरदराज तक के क्षेत्रों तक फैली हुई है.बताया जाता है कि इस दुकान को सन 1947 में कस्बे के ही पंडित परिवार ने खोला था. तभी से यहांपर मिलने वाले पेड़ेका स्वाद आज तक मौजूद है. समय समय पर परिवर्तन होने के साथ साथ आज के दौर में बाजपेई मिष्ठान्न भंडार में मिलने वाले पेड़ेअपनी पुरानी पंरम्परा के स्वाद के लिए मशहूर है. पेड़ोंमें शुद्ध दूध स्वादिष्ट मेवा आदि काप्रयोग किया जाता है.‘पांचवी पीढ़ी संभाल ली रही है दुकान की कमान’ग्राहक रमेश कुमार ने बताया कि बाजपेई मिष्ठान भंडार में बहुत अच्छे पेड़े मिलते हैं, इसलिए सालों से हम यहीं से पेड़े खरीदते है. बता दें कि पेड़ों की कीमत 300 रुपए किलो है. ये क्षेत्र की सबसे पुरानी दुकान है. इस दुकान पर दूर-दराज से भी लोग पेड़े लेने पहुंचते हैं. दुकानदार आशीष कुमार बाजपेई ने कहा कि हमारी दुकान सीतापुर से 22 किलोमीटर दूरी पर है.1947 से लगातार पेड़े बनाकर बेच रहे हैं. ये पांचवी पीढ़ी है जो इसे संभाल रही है.‘बिना फ्रिज के 15 दिनों तक खराब नहीं होगा पेड़ा’आशीष ने बताया कि 50 से 70 किलो रोजाना पेड़ा बेच लेते हैं. हमारी दुकान पर सीतापुर से हीनहीं बल्कि अन्य जिलों के लोग भी पेड़ा लेने आते हैं. इस पेड़ा की खासियत ये है कि इसको बिना फ्रिज के 15 से 20 दिन तक आप बाहर भी रख सकते है, ये खराब नहीं होगा..FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 13:45 IST
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