महाराजगंज: उत्तर प्रदेश का महाराजगंज जिला वनों वाला क्षेत्र है. ऐसे में यहां पेड़–पौधों से जुड़ा व्यवसाय होता है. जिले के निचलौल तहसील के नजदीकी जंगलों से पहले बनकट्टी में भी पौधों का कारोबार होता है. ऐसे ही एक पौधशाला चलाने वाले राममिलन हैं. यह अलग-अलग पौधों को उगाते हैं और अपने लागत और मेहनत के हिसाब से उचित दामों पर बेचते हैं. राममिलन को पौधों के व्यवसाय में एक अच्छा अनुभव हासिल है.25 डिसमिल जमीन पर शुरू किया व्यवसायपौधशाला चलाने वाले राममिलन बताते हैं कि साल 2006 में उन्होंने सिर्फ 25 डिसमिल जमीन पर पौधों का काम शुरू किया था. आज उनके पौधशाला में लगभग सभी प्रकार के पौधे मिलते हैं. काफी सालों से पौधों का व्यवसाय करने से राममिलन को पौधों की रखरखाव और उनके वृद्धि के बारे में बेहद अच्छा अनुभव हो चुका है. अलग-अलग प्रजातियों के इनके पास पौधे मिलते हैं.नए लोग भी कर सकते हैं लाखों की कमाईराममिलन ने बताया कि अपनी पौधशाला के व्यवसाय से ही वह अन्य लोगों को भी रोजगार देते हैं. समय-समय पर उन्हें मजदूरों की जरूरत होती है, जिससे दूसरे लोगों को भी रोजगार मिलता है. उन्होंने बताया कि पौधशाला से उनकी काफी अच्छी आय होती है. उन्होंने यह भी बताया की जो लोग पौधों का व्यवसाय करना चाहते हैं वह कम लागत से भी शुरू कर सकते हैं. पौधों की सही देखरेख कर लाखों की कमाई कर सकते हैं.FIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 17:29 IST