पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में सिंचाई विभाग के कर्मचारियों द्वारा वन अधिनियम व जंगल के नियमों की धज्जियां उड़ाने का मामला सामने आया है. कर्मचारियों को सरकारी कार्य के लिए जंगल में प्रवेश की अनुमति दी गई थी. लेकिन उसकी आड़ में उन्होंने ख़ुद के साथ ही साथ तमाम सैलानियों की जान को जोखिम में डाल दिया. डिप्टी डायरेक्टर ने पूरे मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.दरअसल, पूरा मामला बुधवार शाम का है, जहां इवनिंग शिफ्ट सफारी के दौरान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के लोकप्रिय बाघों में से एक रॉकेट नामक बाघ कच्ची पटरी पर कुछ देर चहलकदमी करने के बाद नहर को पार कर पक्की पटरी पर पहुंच गया. पक्की पटरी पर बाघ की चहलकदमी के दौरान सफारी वाहन उचित दूरी बनाते हुए बाघ को सेफ पैसेज दे ही रहे थे. इसी बीच अचानक एक सफेद कार और एक बाइक सवार बाघ के काफी नजदीक जा पहुंचे. बाघ से चंद कदमों की दूरी पर उन लोगों ने अपने वाहन रोक दिए. इतना ही नहीं प्रतिबंधित क्षेत्र में अपनी बाइक से उतर बाघ की चहलक़दमी का वीडियो बनाने लगा. गनीमत रही कि इतनी नजदीक होने के बावजूद भी बाघ आक्रामक नहीं हुआ और बड़ी अनहोनी होते होते टली.सिंचाई विभाग के कर्मचारियों पर होगी कार्रवाईहालांकि संबंधित रेंज अधिकारी सहेंद्र यादव गश्त पर ही थे, घटनाक्रम के बाद वे मौके से ही वाहनों और उसमे सवार लोगों को रेंज कार्यालय ले गए. जहां पूछताछ में सामने आया कि कार और बाइक सवार कोई राहगीर या सैलानी नहीं बल्कि सिंचाई विभाग के कर्मचारी हैं. सिंचाई विभाग के कार्यों के लिए उनकी कार को जंगल में प्रवेश की अनुमति दी गई थी. वहीं बाइक सवार कर्मचारी अवैध रूप से बाइक लेकर जंगल में घुसा था. अब पूरे मामले में सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.अवैध रूप से टाइगर रिजर्व में घुसपैठपूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग के कर्मचारियों द्वारा अवैध रूप से टाइगर रिजर्व में घुसपैठ व नियमों का उलंघन करने का मामला संज्ञान में आया था. मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 21:37 IST