भारत में पिछले कुछ सालों से लोगों में मोटापे की समस्या देखने को मिल रही है. अमेरिका और चीन के बाद भारत मोटापे में तीसरे नंबर पर है. मोटापा अपने साथ केवल चर्बी नहीं बल्कि डायबिटीज, बीपी और कैंसर समेत कई बीमारियों को लेकर आता है. वजन जितनी तेजी से बढ़ता है उसे कम करना उतना ही मुश्किल होता है. वहीं माना जाता है कि कुछ लोग वजन कम करने के लिए दवाई की मदद लेते हैं. इन दवाई का सेवन करने से शरीर में कई तरह के साइड इफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में अधिकतर भारतीय लोग दवाई की जगह बेरियाट्रिक (वजन घटाने) की सर्जरी करना पसंद कर रहे हैं.
दवाई के नुकसान टीओआई की खबर के अनुसार पुणे के 54 साल के व्यवसायी आतिश की लबाई 4 फीट 10 इंच, वजन 150 किलोग्राम और बीएमआई 70 है. उन्होंने वजन कम करने के लिए सर्जरी की बजाए दवाई का सेवन शुरू किया. वजन कम करने के लिए लिराग्लूटाइड जैसी दवाई का सेवन किया, इस दवाई की कीमत लगभग हर महीने 60,000 रुपये तक थी. दवाई खाने के बाद उन्होंने उल्टी, मतली जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिले. ऑक्सीजन की कमी से उन्होंने अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. दवाई के साइड इफेक्ट की वजह से वह सर्जरी करवाने के लिए मजबूर हुए.
मोटापा कम करने की दवाई भारत में दरअसल कई ऐसी दवाई हैं जो कि डाइबिटीज के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो कि वजन भी कम करने में मददगार है. ऐसे में बहुत से लोग मोटापा कम करने के लिए इस तरह की दवाई का सेवन कर रहे हैं. लेकिन इन दवाई का शरीर में कई तरह के साइड इफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं. मोटापा कम करने के लिए किसी भी तरह की दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
वजन कम करने की दवाई के नुकसान वजन कम करने की दवाई का सेवन करने से उल्टी, होना, पेट फूलना और पेट में दर्द की समस्या हो सकती है. स्लिमिंग पिल्स पाचन तंत्र पर हमला करती है जिस वजह से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है. इसके अलावा वजन कम करने की दवाई आपके लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.