Pakistan Cricket: वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से ही वहां भूचाल मचा हुआ है. कोई बाबर आजम को कप्तानी से हटाए जाने की मांग कर रहा है तो कोई पीसीबी को निशाने पर ले रहा है. इन सबके बीच पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भी पीसीबी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि बहुत निराशा है कि पाकिस्तान ने ऐसा प्रदर्शन किया है. अगर ऐसे ही क्रिकेट को चलाना है तो ये आपकी मर्जी. हम बस यही कह सकते हैं कि हमको और देशवासियों को गेम से इमोशनल टच है इसलिए हम एड्रेस कर रहे हैं.
‘क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता’
असल में जी न्यूज के कार्यक्रम ‘द क्रिकेट शो’ में एक सवाल के जवाब में रावलपिंडी एक्सप्रेस ने कहा कि आपको नए लोग लाने होंगे. 60 साल का एक बंदा वहां बैठा जिसको क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता है. शोएब ने पाकिस्तानी सरकार पर भी निशाना साध दिया. उन्होंने कहा कि चीनी बेचने वाला PAK क्रिकेट चला रहा. खेतों में काम करने वाला रेलवे चला रहा है. कुछ समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्यों हो रहा है. हालांकि शोएब अख्तर ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा साफ पाकिस्तानी सरकार पर था. इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी लताड़ा. उन्होंने कहा कि टी20 से सिर्फ पैसे कमाने हैं. ये पाकिस्तान को समझना होगा.
वनडे को अलग तरह से खेलना होगाशोएब अख्तर ने पीसीबी को ऐसे समझाया कि आपको वनडे गेम को अलग तरह से खेलना होगा. वनडे के लिए आपको टीम बनानी होगी, आपको अलग तरह से सामने आना होगा. वनडे के वर्ल्ड कप में आप टी20 का गेम नहीं खेल सकते हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को बैठकर सोचना होगा कि हमें आगे क्या करना होगा. क्रिकेट और अन्य खेलों के साथ क्या करना होगा किस तरह का ब्रांड क्रिकेट खेलना है यह तय करना होगा.
पीसीबी की आंखें खोलने की कोशिशफिलहाल पूर्व तेज गेंदबाज ने पीसीबी की आंखें खोलने की कोशिश की है. वर्ल्ड कप में प्रदर्शन को लेकर उन्होंने एक बार फिर उन्होंने ना सिर्फ बाबर आजम और पीसीबी पर निशाना साधा बल्कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का उदाहरण देते हुए यह कह दिया कि पाकिस्तान टुक-टुक क्रिकेट खेल रहा है, लेकिन अगर उसे आगे बढ़ना है तो इस तरह की क्रिकेट से बाहर आना पड़ेगा. रोहित शर्मा ने जो ब्रांड क्रिकेट खेली है उसी का परिणाम रहा है कि विराट कोहली और अन्य मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों को मदद मिली है. पाकिस्तान के लिए यही काम बाबर आजम नहीं कर पाए.