लखनऊः यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विभाग से जुड़े सवालों का जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष के एक विधायक ने शिक्षा मित्रों के मानदेय को लेकर सवाल किया. उन्होंने कहा कि मंत्री जी के कुत्ते का महीने का खर्च 20 हजार है और शिक्षामित्रों की आमदनी 10 हजार रुपये है. सपा विधायक के इस सवाल पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘समय आने पर सरकार इस बारे में विचार जरूर करेगी, जिन्होंने बेहतर कार्य किया है, उन्हें बेहतरीन मानदेय दिया जाएगा.’इसके अलावा सीएम योगी ने कहा, ‘2012 से 2017 के बीच सपा सरकार थी. तब रसोइयों को 500 रु से कम तन्ख्वाह थी. 372000 रसोइयों के साथ आपने अन्याय किया कि उनके बच्चे नही पढ़ेंगे तो हटा दिया गया. 2022 में हमने उनके मानदेय न्यूनतम 2000 रु किया. आपकी सरकार में 500 रु से कम मिलता था,आज आंगनबाड़ी और रसोइए अच्छा कार्य कर रही हैं. कोविड में इन्होंने बेहतरीन कार्य किया. इसीलिए हमने इनके मानदेय को बढ़ाया और साथ ही अतिरिक मानदेय की व्यवस्था की,और साथ मे टैबलेट भी दिए. हम पंचायत सहायक को 6 हजार फिक्स दे ही रहे हैं. साथ ही अन्य जाति, आय, निवास, जो भी प्रमाणपत्र वो देता है उसपर 5 रु अतिरिक्त इंसेंटिव की व्यवस्था भी की है.’
वहीं प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर जवाब देते हुए सीएम योगी मे कहा कि महिला बाल सुरक्षा के मुद्दे केवल बाहरी ही नही,घर के अंदर औऱ घर के बाहर दोनों होते हैं. सरकार ने इसको रोकने के लिए जो प्रयास किए उसकी तुलना करें तो 2016 के मुकाबले 2023-2024 में दहेज की घटनाओं में 17.5 फीसदी की कमी आई. रेप में 2016-17 से 2023-24 की तुलना में 25.30 फीसदी की कमी आई है.FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 12:28 IST