नई दिल्ली: दुनिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न ने दुनिया को 52 साल की उम्र में अलविदा कह दिया है. ऑस्ट्रेलिया के लीजेंड क्रिकेटर को संदिग्ध हालत में थाईलैंड में मृत पाया गया था. अब ये जानकारी भी सामने आई है कि उनके साथ तीन दोस्त भी थे.
दोस्तों ने की थी जान बचाने की कोशिश
मिरर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के अनुसार, चार दोस्तों के शानदार प्रयासों के बावजूद शेन वॉर्न की जान बच ना सकी. वॉर्न के दोस्तों ने 20 मिनट तक उनकी जान बचाने के लिए संघर्ष किया. इतिहास के सबसे महान लेग स्पिनर माने जाने वाले शेन वॉर्न शुक्रवार को थाईलैंड के कोह समुई के रिसॉर्ट के एक विला में बेहोश मिले. शेन वॉर्न को उनके दोस्तों ने खाने के लिए उठाने के लिए जब वह उठे नहीं, उसके बाद उनके दोस्तो ने पहले 20 मिनट तक सीपीआर दी और शेन वॉर्न की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके. शेन वॉर्न के दोस्तों ने ही एंबुलेंस को फोन किया. CPR यानी कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (Cardiopulmonary resuscitation) एक तरह की मेडिकल थैरेपी है, जो मरीज की जान बचाने के लिए इमरजेंसी हालत में दी जाती है.
700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
शेन वॉर्न ने अपने करियर के दौरान 145 टेस्ट मैच में 708 विकेट चटकाए थे, जबकि 194 वनडे मैचों में 293 विकेट उनके खाते में दर्ज किए गए थे. टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के लिहाज से श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (muttiah muralitharan) के बाद दूसरे नंबर के गेंदबाज वार्न ने उनसे पहले 700 विकेट पूरे किए थे. वे गेंदबाजी के इस ऊंचे शिखर को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे.
बिना शतक के सबसे ज्यादा रन वाले क्रिकेटर
वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में 3154 रन भी बनाए, जो बिना शतक के किसी भी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वार्न ने टेस्ट क्रिकेट में 12 फिफ्टी बनाई, लेकिन उनका उच्चतम स्कोर 99 रन पर ही रह गया, जो उन्होंने 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ टेस्ट में बनाया था. इसके अलावा भी वार्न एक बार और शतक के करीब पहुंचकर चूक गए थे. वनडे में भी उन्होंने 1018 रन बनाए. वे दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में शामिल हैं, जिनके नाम पर टेस्ट और वनडे, दोनों में बल्ले से 1000+ रन और गेंद से 200+ विकेट दर्ज हैं.
ऑस्ट्रेलिया को जिताया वर्ल्ड कप
शेन वार्न की ही गेंदबाजी का करिश्मा था कि ऑस्ट्रेलिया ने 1999 में इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर 12 साल बाद अपने नाम के आगे दोबारा विश्व विजेता लिखवाने का कारनामा किया था. वार्न ने उस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम के 4 विकेट महज 33 रन पर लेकर उसे 132 रन पर ही लुढ़का दिया था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट पर 133 रन बनाकर खिताब जीत लिया था. वार्न को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द फाइनल चुना गया था.