India vs Australia, ODI World Cup: भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से अपने आईसीसी वर्ल्ड कप (ODI World Cup-2023) अभियान की शुरुआत की. चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम (चेपॉक) में इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 199 रन पर सिमट गया. जब भारतीय टीम बल्लेबाजी को उतरी तो उसके नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया.
चेन्नई में जडेजा का धमालऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम हालांकि बड़ा स्कोर नहीं बना सकी और 49.3 ओवर में 199 रन पर ऑलआउट हो गई. स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा 46 रन बनाए जबकि डेविड वॉर्नर ने 41 रनों का योगदान दिया. टीम इंडिया के लिए रवींद्र जडेजा सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए. कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह को 2-2 विकेट मिले. मोहम्मद सिराज, हार्दिक पांड्या और रविचंद्रन अश्विन ने 1-1 विकेट लिया.
भारत की बेहद खराब शुरुआत
200 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही. रोहित और ईशान किशन ने पारी का आगाज किया लेकिन दोनों ही खाता खोले बिना आउट हो गए. पारी के पहले ओवर की चौथी गेंद पर मिचेल स्टार्क ने किशन को पवेलियन भेजा. स्टार्क की बाहर जाती गेंद को छेड़ने के चक्कर में किशन कैमरून ग्रीन को कैच दे बैठे. वह गोल्डन डक बने.
हेजलवुड ने ओवर में लिए 2 विकेट
फिर पेसर जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने अपने पहले (पारी के दूसरे) ओवर में 2 विकेट लिए. उन्होंने तीसरी गेंद पर कप्तान रोहित को आउट करने के बाद अंतिम गेंद पर श्रेयस अय्यर (0) को पवेलियन की राह दिखाई. अय्यर को कवर्स पर खड़े डेविड वॉर्नर ने कैच किया.
भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
टीम इंडिया के टॉप-4 में से 3 बल्लेबाज खाता खोले बिना यानी ‘0’ पर आउट हुए. इससे भारत का स्कोर 3 विकेट पर 2 रन हो गया है. भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि उसके टॉप-4 में से 3 बल्लेबाज खाता खोले बिना ही पवेलियन लौटे. इतना ही नहीं, वर्ल्ड कप में ऐसा 1983 के बाद हुआ कि भारत के दोनों ओपनर कोई स्कोर नहीं बना सके और पवेलियन लौट गए. 1983 के वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ मुकाबले में ऐसा हुआ था. अगर वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो 2004 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एडिलेड में भारत के 2 ओपनर (बांगर और पार्थिव) खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए थे.