Shakib Al Hasan Murder Case: बांग्लादेश के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन पर हत्या के आरोप ने दुनिया भर के क्रिकेट फैंस को हैरान कर दिया है. बांग्लादेश में शाकिब के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर भी एक ही मामले में यह आरोप लगाया गया है. यह मामला कथित तौर पर रफीकुल इस्लाम ने दर्ज कराया था, जिनके बेटे रुबेल की 7 अगस्त को बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान हत्या कर दी गई थी. ढाका के अदबोर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराए गए इस मामले में शाकिब को 154 में से 28वें आरोपी के तौर पर नामित किया गया है.
टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे है बांग्लादेश
शाकिब फिलहाल रावलपिंडी में हैं और पाकिस्तान के खिलाफ 2 मैचों की सीरीज में खेल रहे हैं. रफीकुल इस्लाम के वकीलों ने शाकिब को चल रही सीरीज से तुरंत हटाने की मांग की है. बांग्लादेश ने पहला मुकाबला जीतकर सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को एक कानूनी नोटिस भेजा गया है, जिसमें वकीलों ने बोर्ड से शाकिब को सभी तरह के क्रिकेट से प्रतिबंधित करने के लिए कहा है.
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बीसीबी हेड का आया बयान
बीसीबी के अध्यक्ष फारुक अहमद ने कहा कि शाकिब के बारे में कोई फैसला पहले टेस्ट के खत्म होने के बाद किया जाएगा. फारुक ने संवाददाताओं से कहा, “मैं शाकिब के बारे में बताना चाहता हूं. मामला दर्ज किया गया है. हमें अभी तक कोई कानूनी नोटिस नहीं मिला है. मामले में एफआईआर (प्रथम सूचना पत्र) दिया गया है और बाद में जांच होगी और उसके बाद मामला एक दिशा या दूसरी दिशा में आगे बढ़ेगा.”
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दूसरे टेस्ट से पहले हो जाएगा फैसला
फारूक ने कहा, ”मुझे लगता है कि इस समय हमने कोई फैसला लेने के बारे में नहीं सोचा है. इस समय तक हम कानूनी नोटिस के बारे में भी कुछ कह पाएंगे.” फारूक अहमद ने आगे कहा कि पहले टेस्ट के खत्म होने और 30 अगस्त को दूसरे टेस्ट की शुरुआत के बीच के अंतराल में बीसीबी कोई फैसला लेगी. उन्होंने कहा, “देखिए, एफआईआर सिर्फ पहली सूचना पत्र है और जहां तक मुझे पता है, उन्होंने अभी तक कोई आरोप नहीं लगाया है, इसलिए उससे पहले कोई फैसला लेना मुश्किल है. अनुबंध के अनुसार बीसीबी और शाकिब अल हसन के बीच संबंध एक खिलाड़ी और एक एम्प्लॉयर की तरह है. दूसरा टेस्ट मैच 30 अगस्त से है, इसलिए मुकाबलों के बीच में अंतराल है. इस अवधि के दौरान हम इस बारे में सोच सकते हैं कि इस संबंध में क्या किया जा सकता है.”
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भीड़ चलाई गई थीं गोलियां
बयान के अनुसार, 5 अगस्त को रुबेल ने अदबोर में रिंग रोड पर एक विरोध मार्च में भाग लिया था. रैली के दौरान किसी ने कथित तौर पर एक सुनियोजित आपराधिक साजिश के तहत भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिस कारण रुबेल के सीने और पेट में गोली लग गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन 7 अगस्त को उनकी मौत हो गई.
निशाने पर आए थे मुर्तजा
शाकिब ऐसे पहले क्रिकेटर नहीं हैं जो शेख हसीना के प्रधानमंत्री को छोड़ने के बाद निशाने पर लिए गए हैं. उनसे पहले पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा को भी टारगेट किया गया था. मुर्तजा के घर के कथित रूप से आंदोलनकारियों ने फूंक दिया था.