सेहत के लिए अमृत है यह दूध, विटामिन और प्रोटीन से है भरपूर, आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर

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सेहत के लिए अमृत है यह दूध, विटामिन और प्रोटीन से है भरपूर, आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर



सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: ‘खीस’ शब्द से बहुत से लोग अनजान हो सकते हैं. लेकिन असल में यह सेहत के लिए अमृत से कम नहीं होता. खीस गाय के पहले दूध से तैयार किया जाता है. खीस में सामान्य दूध के मुकाबले कई गुना ज्यादा प्रोटीन, विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं. खीस खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडी पाए जाते हैं.

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की गृह विज्ञान की वैज्ञानिक डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि गाय या भैंस के ब्याने के बाद पहले दूध को खीस कहते हैं. जिसे कोलेस्ट्रम के नाम से जाना जाता है. खीस में सामान्य दूध की तुलना में 4 से 5 गुना अधिक प्रोटीन और 10 से 15 गुना ज्यादा विटामिन ए पाया जाता है. खीस में एंटीबॉडी पर्याप्त मात्रा में होते हैं. खीस में हारमोंस को विकसित करने वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं. इतना ही नहीं इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के गुण भी होते हैं.

बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमतानियमित मिलने वाले दूध के फायदे से तो हर कोई वाकिफ है. लेकिन गाय या भैंस के ब्याने के बाद 2 से 3 दिन तक मिलने वाला दूध बेहद ही पौष्टिक होता है. इसमें प्रोटीन और मैग्नीशियम के साथ कई खनिज पाए जाते हैं. इसमें लेक्टोफेरिन भी पाया जाता है जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

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दस्त से राहत दिलाता है खीसखीस पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए अच्छा माना जाता है. अगर आप दस्त की समस्या से जूझ रहे हैं तो खीस आपको राहत देगा. दरअसल इसमें एंटीबॉडी और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. बार-बार होने वाली दस्त की समस्या से निजात मिलती है.

मधुमेह के रोगियों के लिए अमृत है खीसखीस मधुमेह के रोगियों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. खीस शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. खीस में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार होते हैं. ऐसे में अगर मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोग बिना चीनी से खीस का सेवन करें तो उनके लिए बेहद फायदेमंद होता है.

दो घंटे के दौरान नवजात पशु को पिलाएं खीसखीस में हारमोंस को विकसित करने वाले पोषक तत्व पाए जाते हैं. जन्म के दो घंटे के अंतराल में अगर पशु के बच्चे को खीस पिलाया जाए तो पशु का नवजात बच्चा स्वस्थ रहता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. जिससे नवजात बच्चा बीमारियों की चपेट में नहीं आता.

आंखों की रोशनी बढ़ाएगा खीसखींस में सामान्य दूध से करीब पर 10 से 15 गुना ज्यादा विटामिन ए पाया जाता है. इसकी वजह से आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद ही अच्छा होता है. इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है.

कैसे तैयार करें स्वादिष्ट खीसखीस बनाने के लिए गाय या भैंस के दूध को धीमी आंच पर पकाएं. उसमें स्वाद अनुसार चीनी या गुड़ डाल सकते हैं. इसके अलावा इसमें इलायची पाउडर का इस्तेमाल भी स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है. उबाल आने के बाद यह दूध फट जाएगा और पनीर की तरह दिखने लगेगा.
.Tags: Health, Life18, Local18, Shahjahanpur News, UP newsFIRST PUBLISHED : March 20, 2024, 21:59 IST



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