सीतापुर: सोमवार की सुबह, सीतापुर से निकलने वाली शारदा नहर का एक हिस्सा अचानक कट गया, जिससे नहर का पानी आसपास के गांवों में फैलने लगा. इस घटना के चलते नहर ने 50 मीटर चौड़ा रास्ता बनाकर तीन दर्जन से अधिक गांवों को जलमग्न कर दिया. दो घंटे के भीतर ही गांवों की हजारों एकड़ फसल पानी में डूब गई, और ग्रामीणों के घरों में भी पानी घुस गया.
शारदा नहर के कटने से प्रभावित गांवों का बाकी क्षेत्रों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है. लोधौरा, गड़रियनपुर, मनिकापुर, हाजीपुर समेत 50 से अधिक गांवों में पानी भर चुका है, जिससे गांवों को जाने वाले रास्ते भी बंद हो गए हैं. प्रशासन ने नावों के माध्यम से गांवों तक पहुंचने की कोशिश शुरू कर दी है.
स्थानीय निवासियों का बयानरूसहन गांव के निवासी श्रवण कुमार ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे नहर के कटने की सूचना मिली थी. शुरुआत में केवल हल्की दरार थी, लेकिन धीरे-धीरे पूरी सड़क बह गई और पानी गांवों में भरने लगा. ग्रामीण मस्तराम, तेजभान, और हुसैनपुर के राजेश ने भी इस आपदा को बहुत बड़ी आपदा बताया. लोधौरा के बीडीसी ने बताया कि गांवों में पहुंचना बहुत मुश्किल हो गया है, और लोग वहां फंसे हुए हैं.
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचेसीतापुर के बिसवां क्षेत्र में नहर कटने की सूचना मिलते ही, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) नीतीश कुमार, विधायक बिसवा निर्मल वर्मा, विधायक महमूदाबाद आशा मौर्य, एसडीएम बिसवां मनीष कुमार, एसडीएम महमूदाबाद शिखा शुक्ला, और एई सिंचाई विभाग अनूप कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. विधायक निर्मल वर्मा ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया.
रेस्क्यू अभियान जारी, कोई जनहानि नहीं – एडीएममौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी (एडीएम) नीतीश कुमार ने बताया कि अब तक महमूदाबाद से 380 और बिसवा से 150 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है और राहत एवं बचाव कार्य जारी है. फिलहाल, किसी जनहानि की सूचना नहीं है.
Tags: UP floodsFIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 17:05 IST