शाश्वत सिंह/झांसी. एसडीएम ज्योति मौर्य प्रकरण (SDM Jyoti Maurya Case) पिछले डेढ़ महीने से चर्चा में है. ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य ने मीडिया के सामने आकर रोते बिलखते हुए अपने हिस्से की कहानी सुनाई थी. आलोक मौर्य ने ज्योति मौर्य और उनके तथाकथित प्रेमी मनीष दुबे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद ज्योति मौर्य एक तरीके से विलन घोषित हो गई थी. इस दौरान आलोक मौर्य खुद को पीड़ित बताकर लोगों की संवेदना लेते रहे.यह जानने का प्रयास ही नहीं किया गया कि आलोक मौर्य अचानक क्यों मीडिया के सामने आए थे. इस मामले की गहराई में जाएं तो पता चलता है कि जिस दिन आलोक मीडिया के सामने आए थे. उससे लगभग 45 दिन पहले ज्योति मौर्य ने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में आलोक और उनके परिवार के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया था. 7 मई 2023 को दर्ज इस एफआईआर में एसडीएम ज्योति मौर्य ने कहा था कि शादी के बाद से ही आलोक और उनके रिश्ते ठीक नहीं रहे हैं. इसका प्रमुख कारण दहेज है.एसडीएम ज्योति मौर्य ने लगाए थे गंभीर आरोपएसडीएम ज्योति मौर्य ने अपनी शिकायत में कहा था कि आलोक के परिवार के लोग उनसे और उनके माता-पिता से फॉर्च्यूनर कार की मांग कर रहे थे. ससुराल वालें उनके माता-पिता को परेशान ना करें इसीलिए ज्योति मौर्य ने पढ़ाई पर फोकस किया और यूपी पीसीएस परीक्षा को पास किया. इसके बावजूद उनकी मांग खत्म नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि आलोक और उसके परिवारवालों ने उनके व्हाट्सएप को क्लोन कर लिया था. ज्योति मौर्य ने यह भी आरोप लगाया था कि यह लोग यह धमकी देते थे कि मेरी की प्राइवेट तस्वीरें सोशल मीडिया पर लीक कर देंगे. इसे एफआईआर के दर्ज होने के डेढ़ महीने बाद आलोक सोशल मीडिया पर ऐक्टिव हो गए और एसडीएम ज्योति मौर्य पर तरह-तरह के आरोप लगाने लगे..FIRST PUBLISHED : July 19, 2023, 20:32 IST
Source link