मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. सचिन तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल करियर में 34,357 रन बनाए हैं. अपने करियर के दौरान सचिन तेंदुलकर का नाम बहुत कम विवादों में पड़ा है. सचिन तेंदुलकर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माय वे’ में टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच ग्रेग चैपल को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे. सचिन तेंदुलकर के मुताबिक एक बार उनसे टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच ग्रेग चैपल उनके घर पर मिलने आए थे. बता दें कि ग्रेग चैपल साल 2005 से लेकर साल 2007 तक टीम इंडिया के कोच रहे थे.
इस भारतीय खिलाड़ी के दुश्मन बन गए थे ग्रेग चैपल
सचिन तेंदुलकर के अनुसार ग्रेग चैपल ने उन्हें एक ऐसा ऑफर दिया, जिससे वह हैरान रह गए थे. बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के दौरान वनडे में 18,426 और टेस्ट में 15,921 रन बनाए हैं. सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन तेंदुलकर के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. सचिन तेंदुलकर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माय वे’ में खुलासा किया कि साल 2007 में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया के तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल उन्हें राहुल द्रविड़ को हटाकर कप्तान बनाना चाहते थे.
सचिन के खुलासे से मचा तहलका
सचिन तेंदुलकर ने कहा था, ‘2007 आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले ग्रेग चैपल मुझसे मिलने मेरे घर पर आए थे. अंजलि मेरे साथ बैठी हुई थीं. तभी ग्रेग चैपल की एक बात सुनकर मुझे बहुत हैरानी हुई. दरअसल, ग्रेग चैपल ने मुझे टीम इंडिया का कप्तान बनने का ऑफर दिया था. ग्रेग चैपल राहुल द्रविड़ को कप्तानी से हटाना चाहते थे. ग्रेग चैपल ने मुझसे कहा था कि मुझे राहुल द्रविड़ को कप्तानी से हटाकर भारतीय टीम की कप्तानी संम्भालनी चाहिए. ग्रेग चैपल ने मुझसे कहा कि हम सालों तक भारतीय क्रिकेट को कंट्रोल कर सकते हैं और वह टीम की कप्तानी संभालने में मेरी मदद करेंगे.’
सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करना चाहते थे
सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘ग्रेग चैपल की ये बात सुनकर मुझे बहुत हैरानी हुई कि 2007 वर्ल्ड कप से कुछ महीनों पहले ही उन्होंने मुझे ऐसा ऑफर दिया.’ बता दें कि ग्रेग चैपल भारतीय क्रिकेट टीम से सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करना चाहते थे. ग्रेग चैपल ने भी कई बार सचिन तेंदुलकर को कमजोर कहा था और उनके बैटिंग ऑर्डर में बदलाव की भी कोशिश की थी. बता दें कि सचिन तेंदुलकर के नाम सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. बता दें कि सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड है. 24 फरवरी 2010 को सचिन ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला दोहरा शतक जड़ा था.