वाराणसी: सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. शिव भक्त इस महीने में भगवान शिव की कृपा पाने के लिए उनका जलाभिषेक करते हैं. सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाए बताए गए हैं. इन उपायों से यदि सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा आराधना किया तो आपके लव लाइफ के साथ आपकी खाली तिजोरी भी भर जाएगी. इसके अलावा आपके जीवन में हमेशा धन और ऐश्वर्य बना रहेगा.
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि भगवान शिव की पूजा के लिए शास्त्रों में 4 महत्वपूर्ण विधि बताई गई है. इसमें षोडशोपचार, पंचोपचार, दशोपचार और राजोपचार विधि शामिल है.
घर में पंचोपचार विधि से करें पूजापंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि सावन के महीने में यदि आप घर पर भगवान शिव की पूजा करनी हो तो आपको पंचोपचार विधि से उनकी पूजा करनी चाहिए. इसमें 5 तरह की चीजों से जिसमें गंगा जल, दूध, घी, भष्म और पंचामृत से उनका अभिषेक करना चाहिए और फिर उनकी पूजा करनी चाहिए.
मंदिर में शिव जी की पूजा करने की विधिपंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इसके अलावा मंदिर में यदि भगवान शिव की पूजा करनी हो तो षोडशोपचार विधि से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. इसमें 16 तरह की चीजों से भगवान शिव की पूजा होती है. इसके अलावा दशोपचार विधि से भी पूजा करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है.
विशेष कृपा के लिए राजोपचार विधि से करें पूजापंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इन सब के अलावा राजोपचार विधि से भी भगवान शिव के पूजन का विधान है. ज्ञानी लोग विशेष कृपा पाने के लिए राजोपचार विधि से भगवान शिव की पूजा करते है.
मनोवांछित फल पाने के लिए करें ये उपायपंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि सावन में मनोवांछित फल पाने के लिए शिवलिंग पर कुमकुम और चंदन से लेपन करना चाहिए. उसके बाद उन्हें अक्षत चढ़ाना चाहिए. इससे माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है. इतना ही नहीं उन्हें काला तिल भी अर्पित करना चाहिए. इससे भूत बाधा और शत्रु का नाश होता है. इसके अलावा उन्हें बेलपत्र भी अर्पित करना चाहिए. इन सब के अलावा शिवलिंग के साथ अरघे की भी पूजा करनी चाहिए.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 16:06 ISTDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.