Sawan 2023: इन प्राचीन शिवालयों के करें दर्शन, ब्रह्मा विष्णु और रामायण काल से जुड़ी हैं मान्यताएं

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Sawan 2023: इन प्राचीन शिवालयों के करें दर्शन, ब्रह्मा विष्णु और रामायण काल से जुड़ी हैं मान्यताएं



आदित्य कृष्ण/अमेठी: भगवान शंकर का अति प्रिय माह सावन इसी माह शुरू हो रहा है. सावन की शुरुआत होने से पहले भगवान शंकर के प्राचीन शिवालयों को सजाया जा रहा है. अमेठी में भी सावन माह में दर्शन करने के लिए कई प्राचीन शिवालय मौजूद हैं, जिनकी मान्यता वर्षों पुरानी है. इन मंदिरों में दर्शन करने से जीवन के हर कष्ट दूर हो जाते हैं और दूरदराज से भक्त इन मंदिरों में दर्शन पूजन करने के लिए आते है.

अमेठी जिले में सावन माह में दर्शन करने के लिए भगवान शंकर के अलग-अलग शिवालय मौजूद हैं. जहां की प्राचीन मान्यता है और वहां भक्त दूरदराज से अपने परिवार के साथ दर्शन पूजन करने के लिए आते है. अमेठी के गौरीगंज विकासखंड रोहसी बुजुर्ग गांव में स्थित महामृत्युंजय धाम की काफी प्राचीन मान्यता है. महामृत्युंजय धाम की स्थापना आज से 10 वर्ष पूर्व हुई थी. इस मंदिर में 108 शिवलिंग 12 ज्योतिर्लिंग के साथ पंचमुखी शिव प्रतिमा स्थापित है. यहां दूरदराज से भक्त दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं और सावन माह में यहां 24 घंटे ओम नमः शिवाय का जाप होता है.

डंडेश्वर धामअमेठी के मुसाफिरखाना में गोमती नदी के किनारे स्थित डंडेश्वर धाम का भी प्रमुख इतिहास है. राज परिवार ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी. इस मंदिर में प्राचीन शिव प्रतिमा स्थापित है. सावन माह में दूरदराज से भक्त यहां पर दर्शन पूजन करने के लिए आते हैं. शताब्दी वर्ष पूर्व इस मंदिर के दर्शन करने से अकाल मृत्यु टल जाती है.

दुखहरण धामअमेठी शहर में स्थित है दुखहरण धाम पाल वंश ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी. मंदिर में आने वाले हर भक्तों की मनोकामना पूरी होती है. मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. यहां भगवान शंकर की प्रतिमा के अलावा ब्रह्मा विष्णु और रामायण काल से जुड़ी तस्वीरों को भी साझा किया गया है.

घुश्मेश्वरनाथ धामअमेठी के प्रतापगढ़ और अमेठी के बॉर्डर पर स्थित घुश्मेश्वरनाथ धाम काफी प्राचीन इतिहास है. इस मंदिर में शिवलिंग की उत्पत्ति स्वयं हुई थी, जिसके बाद यहां यादव वंशज ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी. सई नदी के किनारे स्थापित मंदिर का भी प्राचीन इतिहास है.

सावन माह में पूजा पाठ और व्रत का है विशेष महत्ववहीं वरिष्ठ पुजारी रुद्रकांत मिश्र ने बताया कि- सावन माहभगवान शंकर के लिए ही जाना जाता है. सावन माह में पूजन और रुद्राभिषेक करने से जीवन के हर कष्ट दूर हो जाते हैं. इस बार सावन माह के साथ मलमास भी एक साथ पड़ रहा है. सावन माह में व्रत पूजन पाठ करने का अद्भुत संयोग है.
.Tags: Amethi news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 04, 2023, 12:12 IST



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