सावधान! कहीं आप भी तो नहीं खा रहे मिलावटी चीजें, जांच में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

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सावधान! कहीं आप भी तो नहीं खा रहे मिलावटी चीजें, जांच में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े



अंजली शर्मा/कन्नौज. अगर आप बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थों में शुद्धता का पैमाना देखना चाहते हैं तो आप को शायद ही ऐसे उत्पाद मिलें जो बिना मिलावट के तैयार किए गए हों. खासकर त्योहार के समय तो मिलावटखोरी का कारोबार चरम पर होता है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पिछले तीन सालों में कुल 626 खाद्य पदार्थो के नमूने लिए. इनकी जांच की गई तो जांच में 308 नमूने फेल रहे. जबकि 230 केस डिसाईड किए जा चुके हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार मिलावटखोरों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रहे हैं.

बाजार में मिलने वाली दालें हों या फिर खाने में प्रयोग होने वाले मसाले. सभी में मुनाफाखोरों ने मिलावट का जहर घोल रखा है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि खाद्य सुरक्षा विभाग से मिले आंकडे बता रहे हैं. तीन साल के आंकड़ों की समीक्षा करने पर साफ है कि जितने भी नमूने जांच को भेजे जाते हैं. उनमें से 50% से ज्यादा फेल होते हैं. इनमें भी कुछ तो ऐसे होते हैं, जिनमें नुकसानदेह तत्वों की मिलावट की जाती है, जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं. जिले में मिलावट का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है.

इन चीजों में मिली अधिक मिलावट

मसालों से लेकर दूध, दही और घी, तेल में सबसे ज्यादा मिलावट के मामले सामने आए हैं. वहीं मिलावटी दूध और उससे बने उत्पाद जान से खिलवाड़ कर रहे है. बाजार में तैयार मिलने वाली सस्ती मिठाइयों के साथ खाने की चीजों में मिलाए जाने वाले कलर भी सेहत को खराब कर रहे हैं.

तीन साल में 78 लाख का वसूला गया जुर्माना

खाद्य सुरक्षा विभाग ने पिछले तीन सालों में छापेमारी कर नमूने भरे और मिलावटखोरों पर जुर्माना भी लगाया. जुर्माने की बात करें तो साल 2020- 2021 में 58,000 रुपए जुर्माना वसूला गया. 21- 22 में 277800 जुर्माना वसूला. तो वहीं 22-23 में 45,12,000 जुर्माना वसूला गया. कुल मिलाकर तीन सालों में प्रशासन ने 78,70,000 जुर्माना वसूला गया.

त्योहारों में ही सक्रिय होता है प्रशासन

मिलावट के खिलाफ प्रशासन वैसे तो खामोश ही नजर आता है पर त्योहारों के समय सक्रियता जरूर दिखाई देती है. आम दिनों में कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है. वहीं इस मसले पर अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उमेश प्रताप ने बताया कि समय समय पर जांच की जाती है. नमूने भरे जाते हैं और मिलावट पाए जाने पर कार्रवाई होती है.
.Tags: Adulteration, Kannauj news, Latest hindi news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 14, 2023, 10:55 IST



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