Sanjay Bangar on Virat Kohli: टी20 वर्ल्ड कप 2022 की हार के बाद से ही विराट कोहली (Virat Kohli) को भारतीय टी20 टीम में जगह नहीं मिली है. हालांकि पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ (Sanjay Bangar) ने विराट कोहली के अगले साल 4 से 30 जून तक वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खेलने की जोरदार वकालत की है.
संजय बांगड़ ने दिया ये बड़ा बयानबांगड़ ने एक यूट्यूब चैनल ‘क्रिकेट बसु’ से कहा, ‘सौ फीसदी उन्हें टी20 टीम में होना चाहिए. उन्होंने पिछले टी20 वर्ल्ड कप और उन करीबी मैचों में क्या किया, मुझे इसका कारण समझ नहीं आता कि वह टी20 क्रिकेट और अगले साल के टी20 वर्ल्ड कप में क्यों नहीं खेलते दिखेंगे. आप जानते हैं कि बड़ी स्थितियों में जहाँ भावनाएँ बहुत अधिक होती हैं, एक छोटी सी गलती आपको महंगी पड़ सकती है. आपको बड़े खिलाड़ियों की जरूरत है जो उन परिस्थितियों से गुजरे हों. उस समय, यह वास्तव में मायने नहीं रखता कि आपका स्ट्राइक-रेट क्या है, या आपने आईपीएल में क्या किया है, बड़े खेलों में आपको बड़े मैच वाले खिलाड़ियों की आवश्यकता होती है. बांगड़ ने कहा, ‘उन्होंने (कोहली ने) भारत-पाकिस्तान मैच में ऐसा जज्बा दिखाया.’
इस वजह से विराट को मिलना चाहिए मौका
रेलवे के पूर्व कप्तान और ऑलराउंडर बांगर ने यह भी स्पष्ट किया कि उच्चतम स्तर पर बल्लेबाजी का मतलब केवल चौके और छक्के लगाना नहीं है. यह एक और दो रन बनाने के बारे में भी है जो कोहली को कई पीढ़ियों के क्रिकेटरों से आगे रखता है. उन्होंने समझाया, ‘हर किसी की स्कोरिंग की शैली होती है और इसका मतलब यह नहीं है कि केवल बड़े हिटर ही गेम जीत सकते हैं. अगर ऐसा होता तो वेस्टइंडीज की टीम सभी टी20 वर्ल्ड कप जीत जाती. विराट कोहली ऐसे बल्लेबाज हैं जो बिना छक्का लगाए भी शतक बना सकते हैं और उसने ऐसा किया है. गुजरात टाइटंस के खिलाफ उन्होंने एक भी छक्का नहीं लगाया और फिर भी शतक बनाया. उनके सभी शॉट ग्राउंडेड थे और यह विराट कोहली के बारे में बहुत कुछ बताता है.’
इसके बाद बांगड़ ने कहा कि विराट खेल के दिग्गज हैं और उनके कद के कारण लोग उनसे खास तरह से जुड़ते हैं. बांगर ने कहा, ‘विराट ने कपिल देव, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे क्रिकेटरों की पीढ़ी से प्रेरणा ली है. वह एक अग्रणी हैं. उन्होंने मैदान पर फिटनेस मानकों और आक्रामकता को फिर से परिभाषित किया है. ऑस्ट्रेलिया को उनकी सरजमीं पर हराना विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम के लिए काफी बड़ी उपलब्धि थी. हर इंच के लिए लड़ने की उनकी कप्तानी की शैली और उनके बल्लेबाजी कौशल ने उन्हें एक बहुत ही खास क्रिकेटर बना दिया.’