Samosa In 5 Rupees: यहां 5 रुपये में मिलता है पनीर वाला समोसा, रोज बिक जाते हैं 400, 10 दिन में कमा लेते हैं 1 लाख  

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Samosa In 5 Rupees: यहां 5 रुपये में मिलता है पनीर वाला समोसा, रोज बिक जाते हैं 400, 10 दिन में कमा लेते हैं 1 लाख  

चंदौली: उत्तर प्रदेश के लोग चटपटी चीज खाने के शौकीन होते हैं. यहां ऐसी ही एक दुकान है जहां एक से बढ़कर एक पनीर छोला, चाट एवं मिठाई खाने की वस्तुएं मिल जाएगी. चंदौली जिले के आरटीओ ऑफिस के पास एक समोसा वाला है. उसका समोसा और गुलाब जामुन बहुत फेमस है. सादा समोसा से ज्यादा उसके पनीर वाले छोले और समोसे लोगों को ज्यादा पसंद आते हैं. एक दिन में कम से कम वो 10 हजार की कमाई करते हैं.

चाय नाश्ते की दुकान से बनी पहचान45 वर्षीय दुकानदार राकेश यादव लोकल 18 से बताते हैं कि वह वर्ष 2006 में ही परिवार की माली हालत सुधारने के लिए यहां आकर अपने एक छोटी सी दुकान को खोला. इस जगह पर सुबह शाम लोग चाय पीने के लिए आने लगे, जो धीरे-धीरे लोग चाय के साथ नाश्ता भी करने लगे. महज कुछ ही दिनों में क्षेत्र के आसपास के लगभग सैकड़ों की संख्या में लोग यहां चाय नाश्ता के लिए आने लगे, जो काफी लोगों में लोकप्रिय हो गया.

अभी भी इस जगह पर समोसा मात्र 5 रुपये में मिलता है. वह बताते हैं कि हर दिन सुबह 4:00 बजे दुकान खुल जाती है, जो रात्रि 8:00 बजे तक उनकी दुकान चलती है. बाजार में आने वाली महिला एवं पुरुष इसके काफी दीवाने हैं.

शुद्ध दूध से बनता है खोवा एवं गुलाब जामुनइनके दुकान का गुलाब जामुन इतना स्वादिष्ट एवं बेहतरीन होता है कि बाजार में आने जाने वाले लोग यहां जरूर रुक जाते हैं. छोटी सी दुकान में बिकने वाला गुलाब जामुन शुद्ध दूध को जलाने के बाद शुद्ध खोआ से इसको बनाया जाता है. इन्होंने बताया कि शुद्ध दूध से ही पनीर एवं खोवा बनाने के बाद इस गुलाब जामुन के अलावा अन्य मिठाइयों को बनाया जाता है. जिस काम में इनके साथ 2 कारीगर एवं घर के कई अन्य सदस्य भी इसमें सहयोग करते हैं. गुलाब जामुन तैयार होते ही इसकी आने वाली खुशबू लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है. नहीं चाह करके भी लोग यहां से गुलाब जामुन खाना नहीं भूलते हैं.

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क्या बोले दुकानदारवर्ष 2006 में यह रोजी-रोटी के लिए बाहर जाना चाह रहे थे, लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों ने यही रहने पर विवश कर दिया. छोटी सी चाय नाश्ते की दुकान खोल अपना कारोबार शुरू किया. हालांकि उस समय यह उम्मीद नहीं थी कि यह दुकान इतनी बड़ी हो जाएगी. समोसा के साथ छोला पनीर ही क्यों ? इस सवाल के जवाब में इसने कहा कि हर लोग सभी दुकानों पर सामान्य समोसा एवं छोले चाट का स्वाद लेते हैं. लेकिन कुछ बेहतर करने के लिए अपने दिमाग से हमने छोला पनीर को बनाने का काम शुरू किया. रोज 400 से अधिक सादे समोसे की बिक्री होती है.
Tags: Chandauli News, Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 09:46 IST

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