वाराणसी. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी माहौल पूरी तरह से गरम है. विभिन्न विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने को लेकर गठबंधन के घटक दलों के बीच टकराव की स्थिति भी देखने को मिल रही है. ऐसा ही कुछ नजारा समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की अगुआई वाले चुनावी गठजोड़ में देखने को मिल रहा है. सीट बंटवारे के तहत वाराणसी क्षेत्र की रोहनिया विधानसभा सीट अपना दल (केमरावादी) के हिस्से में गई थी. यहां से गठबंधन के साझा प्रत्याशी अभय पटेल ने पर्चा दाखिल किया. बाद में पता चला कि रोहनिया सीट से ही समाजवादी पार्टी की ओर से धर्मेंद्र सिंह दीनू ने भी नामांकन कराया है. इसके बाद गठबंधन की दरार साफ दिखने लगी है. गठबंधन प्रत्याशी अभय पटेल ने सपा पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया है. बहरहाल, सपा के सिंबल पर धर्मेंद्र सिंह दीनू ने पर्चा दाखिल कर राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है.
समाजवादी पार्टी और गठबंधन के घटक दल के बीच इसके साथ ही एक और विवाद शुरू हो गया है. दरअसल, रोहनिया सीट से एक तरफ गठबंधन यानी अपना दल (केमरावादी) की तरफ से अभय पटेल ने नामांकन किया तो कुछ ही देर बाद वाराणसी के ही धर्मेन्द्र सिंह दीनू ने सपा के सिम्बल से नामांकन कर दिया. बड़ी बात यह है कि धर्मेन्द्र सिंह दीनू के नामांकन के बारे में वाराणसी के किसी भी बड़े नेता को पता भी नहीं चल सका. यही कारण है कि बनारस में इसे समाजवादी पार्टी का अपना दल (केमरावादी) पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कहा जा रहा है.
UP में महिला वोटरों को लुभाने को BJP ने चला ‘बड़ा दांव’, इस गेम प्लान से जीत की राह आसान कर रही भाजपा
गुरुवार यानी 17 फरवरी को वाराणसी में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि थी. सपा से कैंट, उत्तरी और रोहनिया से प्रत्याशी नामांकन कराने पहुंचे. इसमें रोहनिया सीट समाजवादी पार्टी ने गठबंधन को यानी अपना दल केमरावादी को दिया है. इसके तहत अभय पटेल को टिकट दिया गया है. अभय पटेल भी नामांकन करने पहुंचे थे. अभय के साथ समाजवादी पार्टी के बड़े नेता भी थे, लेकिन तभी धर्मेन्द्र सिंह दीनू अपना नामांकन कर के बाहर आए और दावा किया कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के सिम्बल के साथ रोहनिया सीट पर नामांकन किया है.
स्थानीय नेताओं को खबर तक नहींधर्मेन्द्र सिंह दीनू के नामांकन के बारे में समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेताओं को भी पता नहीं था. सभी इस बात को नकार रहे थे, लेकिन जब शाम को जिला निर्वाचन आयोग की तरफ से नामांकन पत्र जारी हुआ तो उसमें धर्मेन्द्र सिंह दीनू का नामांकन सपा के सिम्बल के साथ दिया गया है. समाजवादी सरकार में रहे पूर्व मंत्री मनोज राय धुपचण्डी , जिलाअध्यक्ष सुजीत सिंह आदि ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है.
बुलेट ट्रेन से जुड़ेंगे उत्तर प्रदेश के 3 बड़े टूरिस्ट शहर, दिल्ली से कुछ घंटों में तय होगा सफर
बिफरे अपना दल (केमरावादी) प्रत्याशीअपना दल (केमरावादी) और समाजवादी पार्टी से रोहनिया सीट पर नामांकन करने वाले अभय पटेल से इस मुद्दे पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी. यह पीठ में छुरा घोंपने जैसा है. मुझे टिकट दिया गया था, मैंने नामांकन किया. अब उन्होंने (सपा प्रत्याशी) भी पर्चा दाखिल कर दिया है.
पहले भी हो चुका है विवादअपना दल केमरावादी से समाजवादी पार्टी का गठबंधन हुआ है. गठबंधन के अंदर पहले भी कलह हो चुका है. पल्लवी पटेल को सिराथू सीट से टिकट देकर उम्मीदवार बनाया गया. उस वक्त वाराणसी में अपना दल (के) ने प्रेस वार्ता कर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. अब एक बार फिर से सपा और अपना दल (के) आमने सामने आ गए हैं.
आपके शहर से (लखनऊ)
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Samajwadi party, Uttar Pradesh Assembly Elections
Source link