Sam Konstas on Virat Kohli: ऑस्ट्रेलिया के 19 साल के बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह के साथ अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि बॉक्सिंग डे टेस्ट में कंधे से टकराने की घटना के बाद कोहली के साथ उनकी बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने कोहली को बताया कि वह उनके फैन हैं और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं.
यादगार रहा सैम का डेब्यू
सैम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में भारत के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में डेब्यू किया था. उन्होंने नाथन मैकस्विनी की जगह टीम में शामिल होकर 65 गेंदों में 60 रन बनाकर अपने डेब्यू को यादगार बनाया. शुरुआती ओवरों में उन्होंने बुमराह की गेंदों को आसानी से खेला, जिससे दर्शक रोमांचित हो गए. हालांकि, दूसरी पारी में बुमराह ने उन्हें आउट कर दिया.
‘बचपन का सपना था’
सैम ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, ‘एमसीजी पर पहले दिन 90000 दर्शकों के सामने खेलना अद्भुत था. कोहली और बुमराह जैसे दिग्गजों के खिलाफ खेलना और स्टीव स्मिथ और पैट कमिंस जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलना मेरे बचपन का सपना था. मैं हर पल का आनंद लेने की कोशिश कर रहा था.’
‘उनका बहुत बड़ा फैन हूं’
मैच के दौरान कोहली और सैम के बीच एक टकराव हुआ, जब कोहली बीच ओवर में सैम से टकरा गए. लेकिन मैच के बाद दोनों ने बातचीत की, जिसमें कोहली ने सैम को श्रीलंका दौरे के लिए शुभकामनाएं दीं. 19 साल के सैम ने कहा, ‘मैच के बाद मैंने कोहली से बात की और उन्हें बताया कि मैं उनका बहुत बड़ा फैन हूं. उनके खिलाफ खेलना सम्मान की बात है. मैदान पर उनका प्रभाव जबरदस्त था. भारतीय फैंस उनका नाम जोर-जोर से ले रहे थे. यह सब बहुत खास था.’
कोहली की तारीफ में कही ये बात
उन्होंने आगे कहा, ‘कोहली बहुत विनम्र और दयालु हैं. उन्होंने मुझे श्रीलंका दौरे के लिए शुभकामनाएं दीं. मेरे परिवार में सभी उन्हें पसंद करते हैं और मैं बचपन से ही उनका फैन हूं. वह खेल के लीजेंड हैं.’ सिडनी टेस्ट में सैम का बुमराह के साथ भी गर्मागर्म पल देखने को मिला.
बुमराह से भिड़ंत पर भी बोले
सैम ने खुलासा किया कि उन्होंने समय खराब करने की कोशिश की थी ताकि दिन खत्म होने से पहले भारत एक और ओवर न फेंक सके. इस पर बुमराह भड़क गए. सैम ने कहा, “मुझे लगता है कि यह मेरे लिए सीखने का मौका था. मैंने समय खराब करने की कोशिश की, लेकिन बुमराह ने मुझे आउट कर ही दिया. वह विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं. अगर यह घटना दोबारा होती है, तो शायद मैं ऐसा नहीं करूंगा.’