India vs Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच सैफ चैंपियनशिप (SAFF Championship) का मुकाबला खेला जाना है. इस टूर्नामेंट की मेजबानी भारत के पास है. पाकिस्तानी टीम के कई खिलाड़ी देरी से भारत पहुंचे. अब इसकी वजह भी सामने आ गई है. कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
तैयारियों पर पड़ा असरपाकिस्तान ने भारत के खिलाफ सैफ फुटबॉल चैंपियनशिप (SAFF Championship-2023) के अपने शुरुआती मैच से पहले इस तरह की तैयारी की उम्मीद नहीं की होगी. टीम को पहले वीजा से जुड़े मामलों से जूझना पड़ा. बाद में उसके खिलाड़ी तय वक्त पर फ्लाइट नहीं ले सके. अब इसकी हैरान करने वाली वजह का पता चल गया है.
टिकट से जुड़ा है मामला
पाकिस्तानी टीम के आधे से ज्याद खिलाड़ी बुधवार को होने वाले मुकाबले से सिर्फ 6 घंटे पहले भारत पहुंच पाए. इसका कारण फ्लाइट में टिकटों की उपलब्धता है. जानकारी के मुताबिक, एक ही फ्लाइट में सभी टिकट उपलब्ध नहीं थे. अजीब परिस्थितियों की शुरुआत पाकिस्तान टीम के बुधवार तड़के एक बजे मॉरिशस से यहां पहुंचने पर हुई. खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ सहित पाकिस्तान दल के 32 सदस्यों को एक ही विमान में सीटें नहीं मिली और उन्हें 2 ग्रुप में सफर करना पड़ा.
दो अलग फ्लाइट में पहुंचे खिलाड़ी
पाकिस्तान टीम के पहले ग्रुप ने सुबह चार बजे बेंगलुरू की उड़ान ली लेकिन दूसरा समूह मुंबई हवाई अड्डे पर आव्रजन स्वीकृति से जुड़े कुछ मुद्दों के कारण सुबह सवा 9 बजे की उड़ान से ही रवाना हो पाया. दूसरा ग्रुप कांतिरावा स्टेडियम के करीब टीम होटल में मुकाबले की शुरुआत से बामुश्किल 6 घंटे पहले एक बजे के बाद ही पहुंचा पाया. हालांकि माना जा रहा है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के देर से पहुंचने के बावजूद मैच पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शाम साढ़े सात बजे ही शुरू होगा.
अधिकारी ने दिया अपडेट
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘हां, मैच पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगा. अभी इसके स्थगित होने की कोई संभावना नहीं है.’ स्थानीय मेजबान संघ कर्नाटक राज्य फुटबॉल संघ (केएसएफए) ने मेहमान टीम के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. केएसएफए सचिव एम सत्यनारायण ने बताया कि पाकिस्तान टीम को टॉप लेवल की सुरक्षा दी जाएगी और हमें शहर के शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. टीम बस की सुरक्षा के लिए एक वाहन साथ होगा, टीम होटल और आयोजन स्थल पर पुलिसकर्मियों को कई परत में तैनात करना जैसे व्यापक उपाय होंगे और उनके साथ एक सुरक्षा विशेषज्ञ भी भेजा जाएगा.’