Ruturaj Gaikwad Statement: चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई को रौंदकर आईपीएल के 18वें सीजन की बेहतरीन शुरुआत की, लेकिन दूसरे मैच से टीम जीत के ट्रैक से ऐसी उतरी कि बीती रात उसे लगातार चौथी हार का सामना करना पड़ा. पंजाब किंग्स ने CSK को 18 रन से शिकस्त दी. इस हार का कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने खराब फील्डिंग को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने साफ-साफ कहा कि खराब फील्डिंग का खामियाजा टीम को भुगतना पड़ रहा है. बता दें कि सुपरकिंग्स ने पिछले कुछ मुकाबलों में लगातार कैच टपकाए हैं, जो मैच के बड़े टर्निंग पॉइंट साबित हुए.
खराब फील्डिंग ने टीम को डुबोई लुटिया
ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि पिछले कुछ मैच में फील्डिंग ने अंतर पैदा किया है. गायकवाड़ ने मैच के बाद कहा, ‘पिछले चार मैच में यही (कैच छोड़ना) एकमात्र अंतर है. यह बहुत महत्वपूर्ण रहा है. हर बार जब हम कैच छोड़ते हैं तो वही बल्लेबाज 20, 25 या 30 रन अतिरिक्त बना देता है. यदि आप आरसीबी के मैच को छोड़ दें तो पिछले तीन मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह एक या दो या तीन बड़े शॉट की बात थी.’ चेन्नई सुपर किंग्स ने प्रियांश आर्य को मैच की दूसरी ही गेंद जीवनदान दिया. इसके बाद उनका एक और कैच टपकाया गया, जिसका फायदा उठाते हुए इस युवा ने तूफानी शतक जड़ा.
बल्लेबाजों की तारीफ की
CSK के कप्तान ने आगे कहा, ‘कभी-कभी आपको प्रियांश के खेलने के तरीके की सराहना करनी होगी. उसने अपने मौकों का फायदा उठाया. यह उच्च जोखिम वाली बल्लेबाजी थी और यह उसके लिए काफी अच्छा रहा. भले ही हम विकेट ले रहे थे, लेकिन उन्होंने रन गति बनाए रखी.’ गायकवाड़ ने यह भी माना कि उनकी बल्लेबाजी अच्छी थी, लेकिन फील्डिंग में रन अधिक दे दिए. उन्होंने कहा, ‘हम 10-15 रन कम दे सकते थे. अगर हमने अच्छा प्रदर्शन किया होता और यह कैच छोड़ने के कारण ही होता है. आज बल्लेबाजी के नजरिए से शानदार प्रदर्शन रहा. यही हम चाहते थे. हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और पावरप्ले शानदार रहा. यह एक बेहतर प्रदर्शन था और कई सकारात्मक बातें थीं.’
ऐसा रहा मैच
पंजाब किंग्स के 220 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ओपनर बल्लेबाज डेवोन कॉनवे (69 रन, 49 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के अर्धशतक और शिवम दुबे (42) के साथ तीसरे विकेट की उनकी 89 रन की साझेदारी के बावजूद 5 विकेट पर 201 रन ही बना सकी. पंजाब किंग्स ने इससे पहले खराब शुरुआत से उबरते हुए 6 विकेट पर 219 रन बनाए. आईपीएल इतिहास का संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज शतक जड़ने वाले प्रियांश आर्य ने 42 गेंद में 9 छक्कों और 7 चौकों से 103 रन की पारी खेली. उन्होंने शशांक सिंह (नाबाद 52) के साथ उस समय छठे विकेट के लिए 34 गेंद में 71 रन की साझेदारी की जब टीम 83 रन पर पांच विकेट गंवाकर संकट में थी.