Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन के बीच युद्ध से बढ़ी फल और सब्जियों की मांग, उत्तर प्रदेश बनेगा मददगार

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Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन के बीच युद्ध से बढ़ी फल और सब्जियों की मांग, उत्तर प्रदेश बनेगा मददगार



लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत. उत्तर प्रदेश के फल और सब्जियां अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात किए जाएंगे. आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में उत्तर प्रदेश मददगार साबित होगा. क्योंकि उत्तर प्रदेश के फल और सब्जियों को रूस भेजा जाएगा.इस युद्ध के कारण विश्व के अनेक देशों की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद रूस में भारतीय सामानों की मांग बढ़ गई है. इसका सीधे तौर पर लाभ उत्तर प्रदेश को मिलने जा रहा है.बता दें कि कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीडा) के प्रबंधक यूके वत्स ने कृषि निर्यात विभाग को पत्र भेज कर बताया है कि रूस ने कई फलों और सब्जियों के निर्यात पर कीट मुक्त क्षेत्र में उगाने की शर्त में ढील दे दी है. रूस के नेशनल प्लांट प्रोटेक्शन ऑर्गनाइजेशन ने साफ तौर पर बता दिया है कि केला,अनानस,पपीता,संतरा समेत अन्य फलों और बैंगन, कद्दू, करेला, भिंडी, प्याज के अलावा भी बहुत सी सब्जियों के निर्यात पर छूट रहेगी. इसी के तहत उत्तर प्रदेश से फल और सब्जियों का निर्यात किया जाएगा.इस अंतर्राष्ट्रीय निर्यात के जरिए उत्तर प्रदेश के किसानों को लाभ होगा.सरकार की ओर से निर्यात में अच्छी छूट दी जाती है.इस पॉलिसी के तहत कामउत्तर प्रदेश कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार निदेशालय के उपनिदेशक डॉ. सुग्रीव शुक्ला ने बताया कि उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात के लिए सरकार द्वारा 2019 में कृषि निर्यात नीति की एक पॉलिसी जारी की गई है, जो भारत सरकार के मॉडल गाइडलाइन के आधार पर जारी की गई है. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि देश में प्रथम कृषि निर्यात की पॉलिसी है, जो सबसे पहले जारी की गई है.उत्तर प्रदेश कृषि उत्पाद में सबसे ज्यादा है देश में और निर्यात में इसका कंट्रीब्यूशन तुलनात्मक रूप से कम है. इसको इतना बढ़ाएं कि यहां के किसानों की आमदनी बढ़े.हमारे यहां के उत्पाद का अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़े. जिसमें क्षमता हो निर्यात की उनका निर्यात बढ़ेगा. उसके अधिक मूल्य मिलेंगे तो हमारे उत्तर प्रदेश के किसानों की अधिक आमदनी बढ़ेगी.इसके प्रावधान रखे गए हैं वो हमारे उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉम्पिटेटिव बनाएंगे.25 प्रतिशत तक दिया जाता हैअनुदानउत्तर प्रदेश लैंड लॉक स्टेट है.यहां से कृषि उत्पाद या तो समुद्र के रास्ते निर्यात करते हैं या फिर हवाई मार्ग से करते हैं तब भी अधिक खर्चा आता है.इसलिए प्रत्येक कृषि उत्पाद के लिए जो भी ट्रांसपोर्ट होता है उसका 25 प्रतिशत अनुदान आपको दिया जाता है.आपको उत्तर प्रदेश से पोर्ट तक ले जाने का जो भी खर्चा आता है उसका भी 25 प्रतिशत जोड़ कर दिया जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 02, 2022, 17:17 IST



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