रोटी- बेटी के संबंधों में आई दरार या ज्यादा कमाई का लालच ? नेपाल ने 300 प्रतिशत बढ़ाया भंसार

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रोटी- बेटी के संबंधों में आई दरार या ज्यादा कमाई का लालच ? नेपाल ने 300 प्रतिशत बढ़ाया भंसार



कृष्ण गोपाल द्विवेदी/ बस्ती: भारत-नेपाल का रिश्ता रोटी और बेटी का माना जाता हैं. बस्ती मण्डल के लाखों लोगों का संबंध नेपाल में है. साथ ही हजारों की संख्या में लोग व्यापार भी करते हैं, लेकिन पिछले कई महीनों से देखा जा रहा है की नेपाल सरकार भारतीयों को लेकर काफी कड़े-कड़े नियम बना रहा है. चाहे बात व्यापार की हो या अब 300 फीसदी भंसार में वृद्धि की. इस वृद्धि से भारतीय व्यापारियो और पर्यटकों में रोष का माहौल है.

रोटी-बेटी के इस रिश्ते में अब खटास आना शुरू हो गया है क्योंकि नेपाल सरकार अब भारतीयों के लिए सख्त कानून बना रही है. जिसका असर भारत के व्यापारियों के साथ ही पर्यटकों के ऊपर पड़ रहा है. आपको बता दें कि पहले बस्ती मण्डल के व्यापारियों और पर्यटकों को बुटवल और लुंबिनी जाने के लिए वाहनों का परमिट नहीं लेना पड़ता था. केवल पोखरा और काठमांडू जाने वाले लोगों को ही यातायात व भंसार शुल्क देना पड़ता था. लेकिन अब नए नियम के तहत बस्ती मण्डल के साथ ही सभी भारतीय वाहनों को नेपाल में प्रवेश करने पर यातयात और भंसार शुल्क देना पड़ेगा.

300 फीसदी तक बढ़ गया भंसारनेपाल जाने के लिए दो प्रकार का शुल्क देना पड़ता है पहला यातायात शुल्क ,दूसरा भंसार, नए नियम के तहत अब बस्ती मंडल के लोगों को बाइक से नेपाल के पोखरा और काठमांडू जाने के लिए एक दिन के लिए यातायात शुल्क 200 रुपए नेपाली तो वही भंसार भी 200 रुपए नेपाली देना होगा. जो इससे पहले यातायात और भंसार शुल्क 50-50 रुपए नेपाली था, तो वहीं चार पहिया वाहन के लिए जहा पहले जहां 150 रुपए नेपाली (93.75 रुपया भारतीय) जो अब बढ़कर 500 रुपए नेपाली (312.50 रुपए भारतीय) हो गया है. वहीं जहां बस का शुल्क 200 रुपए नेपाली (125 रुपए भारतीय) था जो अब बढ़कर 700 रुपए नेपाली (437.50 भारतीय) हो गया है. आपको बता दे की पोखरा और काठमांडू को छोड़कर कहीं और के लिए यातायात और भंसार शुल्क नहीं लगता था लेकिन अब नेपाल में कहीं जाने के लिए यातायात शुल्क और भंसार समान मात्रा में देना होगा, जो 300 फीसदी से भी अधिक है.

व्यापार में हो रहा नुक्साननेपाल के सीमावर्ती इलाके के व्यापारी रमेश चन्द्र पटवा ने बताया कि हम लोगों का व्यापार नेपाल में काफी जगह फैला हुआ है. जहां पर लेबर बाइक से जाकर सामान लेते देते है, लेकिन अब चार पहिया से लेकर बाइक तक का भंसार और यातायात शुल्क देना पड़ रहा है. जिसका सीधा असर व्यापार पर पड़ रहा है. जितना फायदा नहीं हो रहा है उससे ज्यादा तो भंसार ही देना पड़ जा रहा है.

सोमवार से लागू हुआ नया शुल्कयातायात व्यवस्था कार्यालय प्रभारी ईश्वर चन्द्र ने बताया की नेपाल सरकार द्वारा बढ़ाया गया शुक्ल सोमवार से ही लागू कर दिया गया है और वाहनों से बड़ा शुल्क लिया जाना शुरु कर दिया गया है.
.Tags: Basti news, India Nepal Relation, Nepal News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 20, 2023, 22:48 IST



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