सृजित अवस्थी/ पीलीभीत : आमतौर पर लोग आधारभूत मुद्दों के लिए चुनाव बहिष्कार की बात करते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में चुनाव बहिष्कार की एक अनोखी ही वजह निकलकर सामने आयी है. पीलीभीत के ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हम लोगों बाघों का आतंक से मुक्ति नहीं मिलती हम लोग किसी भी चुनाव में मतदान नहीं करेंगे. अब ऐसे में जिला प्रशासन इन ग्रामीणों से किस तरह तालमेल बिठा कर चुनाव संपन्न कराएगा यह एक बड़ा प्रश्न है.
देशभर में लोकसभा चुनावों की सरगर्मियां अपने चरम पर हैं. हर कोई अपने अपने मुद्दों को लेकर मुखर भी है. अगर उत्तर प्रदेश की लोकसभा पीलीभीत की बात करें तो यहां पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान कराया जाना है. ऐसे में यहां की जनता भी अपने अपने मुद्दों पर जिम्मेदारों से सवाल जवाब कर रही है. एक तरफ जहां आधारभूत मुद्दों से लेकर राष्टीय नीतियों पर चर्चा हो रही है तो वहीं पीलीभीत के एक गांव से एक ऐसी मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया गया है जो अपने आप में हैरान करने वाली है.
ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलानदरअसल, पीलीभीत के न्यूरिया इलाके में स्थित पंडरी ग्राम पंचायत में बीते कई महीनों से बाघों की चहलकदमी देखी जा रही है. बीती 19 फरवरी को गांव के युवक पंकज की बाघ के हमले में जान भी जा चुकी है. उसके बाद से लगातार ग्रामीण इलाके में बाघों की मौजूदगी की बात कह रहे हैं. वहीं वन विभाग की टीमें भी निगरानी में लगी हुई हैं. 28 मार्च को इलाके से एक बाघ रेस्क्यू भी किया गया. लेकिन 24 घंटे से भी कम में इलाके में एक अन्य बाघ ने दस्तक दे दी. ऐसे में ग्रामीणों की मन में दहशत अभी तक बरकरार है. इस दहशत से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. अब प्रशासन व वन विभाग इस मामले पर क्या रुख अपनाएगा ये देखना अहम है.
डीएम मामले से अनजानपूरे मामले पर जब पीलीभीत डीएम संजय कुमार सिंह से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि चुनाव बहिष्कार के ऐलान की बात उनके संज्ञान में नहीं है. लेकिन फिर भी पूरे मामले में गंभीरता बरती जाएगी. अगर ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई समस्या है तो उसका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाएगा.
.Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : March 30, 2024, 20:19 IST
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