रोहित शर्मा के सपोर्ट में उतरा ये ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज, ICC के इस फैसले पर सरेआम उठा दिए सवाल| Hindi News

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Rohit Sharma Statement: ऑस्ट्रेलिया का एक दिग्गज क्रिकेटर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के सपोर्ट में उतरा है. इस कंगारू दिग्गज ने रोहित शर्मा को सपोर्ट करते हुए ICC के एक बड़े फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने तीन मैचों की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए रोहित शर्मा की मांग से सहमति व्यक्त की है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को अगले चक्र के लिए एक नया प्रारूप सुझाया है. डब्लूटीसी फाइनल में करारी हार झेलने के बाद, भारत के कप्तान ने डब्लूटीसी फाइनल को तीन मैचों की सीरीज के रूप में खेलने का आह्वान किया था.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
रोहित शर्मा के सपोर्ट में उतरा ये ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजभारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था, ‘आप दो साल तक कड़ी मेहनत करते हैं और फिर आपके पास केवल एक ही शॉट होता है. टेस्ट क्रिकेट उस लय को खोजने के बारे में है, साथ ही उस गति को खोजने के बारे में है. इसलिए, मुझे लगता है, अगर अगले चक्र में, यदि यह संभव है, तो एक तीन -मैच सीरीज आदर्श होगी.’ भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की भावनाओं को सपोर्ट करते हुए हॉग ने डब्लूटीसी फाइनल पर अपने विचारों से सहमति व्यक्त की और टीमों को दो डिवीजनों में विभाजित करके गदा के विजेता का निर्धारण करने के लिए एक दिलचस्प नए प्रारूप का प्रस्ताव रखा, प्रत्येक में चार टीमें होंगी.
ICC के इस फैसले पर सरेआम उठा दिए सवाल 
हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल में कहा, ‘मैं रोहित शर्मा से सहमत हूं कि डब्ल्यूटीसी फाइनल तीन मैचों की सीरीज होनी चाहिए, लेकिन इस बार यह एक मैच का फाइनल था और ऑस्ट्रेलिया ने इसे जीत लिया, और मैं इससे दूर नहीं जा रहा हूं. यह खेल को आगे बढ़ाने के बारे में है. मुझे लगता है कि चार टीमों के साथ दो डिवीजन होने चाहिए – डिवीजन एक में टॉप चार टीमें और बाकी डिवीजन दो में. सहयोगी डिवीजन तीन में हो सकते हैं और अपने तरीके से काम कर सकते हैं.’
टॉप टीम की घरेलू धरती पर तीन मैचों का फाइनल खेलती
हॉग ने डब्लूटीसी के लिए अपने प्रस्तावित प्रारूप परिवर्तनों के विवरण के बारे में विस्तार से बताया. पूर्व स्पिनर ने कहा,’डिवीजन एक में टॉप दो टीमें तालिका में टॉप टीम की घरेलू धरती पर तीन मैचों का फाइनल खेलती हैं. फिर टीमें डिवीजन एक में तीन और चार रैंक वाली टीमों के खिलाफ खेलती हैं, जो डिवीजन दो में टॉप दो में रहती हैं. डिवीजन एक की टीम तीन डिवीजन दो की टीम दो के खिलाफ घर पर खेलेगी, और फिर डिवीजन दो की टॉप टीम डिवीजन एक की टीम तीन से खेलेगी.’



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