Rohit Sharma: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम पूरी तरह से तैयार है. कप्तान रोहित शर्मा ने मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में फैंस से वादा किया कि उनकी टीम चैंपियंस ट्रॉफी को जीतकर वानखेड़े में वापस लाने का हर संभव प्रयास करेगी. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 15 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया. टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले से करेगी.
रोहित ने किया वादा
रोहित ने कहा कि भारतीय टीम जल्द ही चैंपियंस ट्रॉफी अभियान शुरू करेगी और यहां (मुंबई) के प्रतिष्ठित स्टेडियम (वानखेड़े) में एक और ट्रॉफी लाने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा, ‘हम एक और टूर्नामेंट शुरू करेंगे. मुझे यकीन है कि जब हम दुबई पहुंचेंगे तो 140 करोड़ लोगों की शुभकामनाएं हमारे पीछे होंगी. हम यह जानते हैं. हम इस ट्रॉफी (आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी) को वानखेड़े में वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.’
टी20 वर्ल्ड कप की यादें ताजा
भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि पिछली जुलाई में वानखेड़े स्टेडियम में उनके और साथियों के स्वागत के लिए नीले समुद्र की तरह उमड़े फैंस के हुजूम को देखने के बाद ही उन्हें टी20 वर्ल्ड कप की व्यापकता का एहसास हुआ था. अपने इंटरनेशनल करियर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके भारतीय कप्तान 19 फरवरी से पाकिस्तान और दुबई में आयोजित होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी को जीत कर एक बार फिर से फैंस को ऐसा एहसास देना चाहते हैं.
भारत 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत चुका है. वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर मुंबई क्रिकेट संघ के भव्य समारोह में रोहित ने कहा कि उनकी इच्छा टी20 वर्ल्ड कप जीत की तरह एक और जीत की खुशी यहां के फैंस के साथ साझा करने की है. रोहित से पूछा गया कि किस समय उन्हें वास्तव में एहसास हुआ कि भारत ने विश्व कप जीत लिया है, तो उन्होंने कहा, ‘जब मैं यहां जश्न मनाने के बाद अगले दिन उठा, तब हमें एहसास हुआ.’
उन्होंने आगे कहा, ‘उस जश्न के बाद अगले दिन जब मैं सो कर उठा था तब मुझे एहसास हुआ था कि हमने जो किया वह बहुत, बहुत खास था.’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘वर्ल्ड कप जीतना एक बात है और अपने लोगों के साथ उसका जश्न मनाना अलग बात है. आप जीत का जश्न टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ मनाते ही है, लेकिन लोगों के साथ इस जश्न के साझा करने के एहसास बारे में मुझे मुंबई आने के बाद पता चला.’