IND vs WI, News: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की एक खतरनाक चाल से विराट कोहली का टेस्ट करियर खतरे में पड़ गया है. रोहित शर्मा के इस दांव से विराट कोहली की टेस्ट टीम से छुट्टी भी हो सकती है. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने टेस्ट क्रिकेट में नंबर-4 की बल्लेबाजी पोजीशन के लिए एक विस्फोटक बल्लेबाज ढूंढ निकाला है. इस बल्लेबाज ने अपनी तूफानी बल्लेबाजी से विराट कोहली के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है. ये बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली की नंबर-4 की बल्लेबाजी पोजीशन को खा जाएगा.
रोहित की इस चाल से खतरे में पड़ गया कोहली का करियर
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में विराट कोहली को रोककर बाएं हाथ के विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को नंबर-4 बल्लेबाजी पोजीशन पर बैटिंग के लिए भेज दिया. ईशान किशन ने इस सुनहरे मौका का जबरदस्त फायदा उठाया और 34 गेंदों में 52 रन जड़ दिए. ईशान किशन ने अपनी इस पारी में 4 चौके और 2 छक्के लगाए.
टेस्ट टीम से हो सकती है विराट की छुट्टी!
ईशान किशन की तूफानी बल्लेबाजी की बदौलत इस मैच में जान आ गई है. ईशान किशन ने टेस्ट मैच में टी20 के अंदाज में बल्लेबाज करते हुए मैच का पासा पलट दिया है. पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के हाथ से बाजी फिसल रही थी और लग रहा था कि ये टेस्ट मैच ड्रॉ की तरफ जाएगा, लेकिन मोहम्मद सिराज (60 रन देकर 5 विकेट) की घातक गेंदबाजी के दम पर भारतीय गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में 255 रनों पर समेट दिया.
भारत के लिए जीत का रास्ता खोलने का काम किया
इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी दो विकेट पर 181 रन पर घोषित करके मेजबान टीम को 365 रनों का लक्ष्य दिया. कप्तान रोहित शर्मा ने 57 जबकि ईशान किशन ने 52 रन की पारी खेली. ईशान किशन की इस तेज पारी ने इस टेस्ट मैच में भारत के लिए जीत का रास्ता खोलने का काम किया है. ईशान किशन ने अपनी इस पारी के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को क्रेडिट दिया है.
बीसीसीआई ने ईशान किशन का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘मैं यहां आने से पहले एनसीए में था, मैं वहां अभ्यास कर रहा था और ऋषभ भी अपने रिहैब के लिए वहां थे, उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या आप बल्ले की स्थिति और सब कुछ जानते हैं क्योंकि उन्होंने मुझे उनके साथ खेलते हुए देखा है, हमने एक साथ कई मैच खेले हैं, हम अंडर -19 के बाद से एक साथ हैं, इसलिए वह जानते हैं कि मैं कैसे खेलता हूं, मेरी मानसिकता क्या है, इसलिए उन्होंने मेरे बल्ले की स्थिति और हर चीज में मेरी थोड़ी मदद की. मैं यह भी चाहता था कि कोई मुझे कुछ बताए. ऋषभ ने मेरी बल्लेबाजी के बारे में बातें कीं और उनके लिए मेरे पास आकर बातचीत करना बहुत अच्छा समय था और मैं इसके लिए वास्तव में आभारी हूं.’