भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज जस्टिन लैंगर के मुताबिक विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल को जोखिम भरा एक रन लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए थी, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया को चौथे टेस्ट में महत्वपूर्ण विकेट मिल गया. यशस्वी जायसवाल चौथे टेस्ट के दूसरे दिन 118 गेंद में 82 रन की तूफानी पारी खेलने के बाद कोहली (36) के साथ गलतफहमी के कारण तेजी से एक रन लेने की कोशिश में अपनी क्रीज से काफी दूर रह गए.
रन आउट जैसा ब्लंडर करने पर भड़के गावस्कर
सुनील गावस्कर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘यह एक तेज रन होता और विराट कोहली जैसा कोई खिलाड़ी निश्चित रूप से इसे बना लेता, लेकिन बात यह थी कि उसने फील्डर की तरफ देखा. जब आप फील्डर की ओर देखते हैं, जब आप मुड़ते हैं तो आप वह अहम सेकेंड खो देते हैं. आपका संतुलन पूरी तरह से बिगड़ जाता है और यह एक मुश्किल रन होता.’
इस खिलाड़ी को सरेआम बताया जिम्मेदार!
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उस स्थिति में आपको रन लेने की क्या जरूरत है जिसमें जोखिम शामिल है? आप अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, रन बन रहे हैं. उस स्थिति में जोखिम लेना वास्तव में जरूरी नहीं था.’ हालांकि गावस्कर ने कहा कि कोहली अगर पूरी तरह से इसके लिए प्रतिबद्ध होते तो रन पूरा कर सकते थे, क्योंकि ‘कोहली विकेटों के बीच शानदार खिलाड़ी हैं.’
ध्यान भंग हुआ
इसके कारण जायसवाल रन आउट हो गए और इससे कोहली का ध्यान भंग हुआ जो ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर आउट हो गए. लैंगर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह जोखिम भरा रन था क्योंकि पैट कमिंस शानदार एथलीट हैं. भले ही उन्होंने इसे नहीं पकड़ा होता, लेकिन पैट कमिंस के दिमाग में वह नॉन-स्ट्राइकर के लिए चले जाते. यह करीबी होता लेकिन मुझे लगा कि यह जोखिम भरा रन था.’
इसकी कोई जरूरत नहीं थी
लैंगर ने कहा, ‘मैच के उस चरण में इसकी कोई जरूरत नहीं थी. वे अच्छी स्थिति में थे. उन्होंने इसे पूरी तरह से नियंत्रण में रखा. वह जितने तेज हैं, मुझे लगा कि यह बहुत जोखिम भरा रन था. मुझे लोगों को गिरते और तेजी से भागते देखना अच्छा लगता है लेकिन वह एक जोखिम भरा रन था. मुझे लगता है कि विराट यही कह रहे थे.’