Rishabh Pant is in bad form India Captain Rohit Sharma came to his rescue shut the mouths of critics | ऋषभ पंत की गर्दन पर लटकी तलवार, बचाव में उतरे कप्तान रोहित, आलोचकों का मुंह किया बंद

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Rishabh Pant is in bad form India Captain Rohit Sharma came to his rescue shut the mouths of critics | ऋषभ पंत की गर्दन पर लटकी तलवार, बचाव में उतरे कप्तान रोहित, आलोचकों का मुंह किया बंद



India vs Australia Test: भारत के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में चल रही टेस्ट सीरीज में अब तक बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं. वह तीन टेस्ट में सिर्फ 96 रन ही बना पाए हैं. इस कारण पंत आलोचको के निशाने पर हैं. 26 नवंबर को मेलबर्न में सीरीज का चौथा मुकाबला शुरू होगा. दोनों टीमें फिलहाल 1-1 की बराबरी पर हैं. ऐसे में यह मुकाबला रोमांचक होने वाला है. मैच से पहले कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में ऋषभ पंत का बचाव किया है.
पंत के नाम 3 मैच में सिर्फ 96 रन
रोहित शर्मा ने पंत की फॉर्म को लेकर चिंताओं को कम करते हुए कहा कि विकेटकीपर-बल्लेबाज जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है और वह नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. 2020-21 के दौरे में भारत के हीरो रहे ऋषभ पंत उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीन टेस्ट मैचों में अब तक सिर्फ 96 रन ही बना पाए हैं. पंत को शॉर्ट गेंदों से निशाना बनाया गया और ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस की चाल उनके खिलाफ काम कर गई.
युवा खिलाड़ियों पर रोहित का बयान
रोहित ने कहा, “कोई दबाव नहीं है. उन्होंने यहां सिर्फ तीन टेस्ट खेले हैं. उन्होंने भारत में रन बनाए हैं. वह अच्छी फॉर्म में हैं. अगर दो या तीन टेस्ट मैच अच्छे-बुरे रहे तो बहुत ज्यादा जजमेंट सही नहीं है. उन्हें पता है कि उन्हें क्या करना है. देखिए, जैसा कि मैंने आपको बताया, ये सभी युवा खिलाड़ी – ऋषभ, गिल, जायसवाल, ये सभी युवा खिलाड़ी एक ही नाव में सवार हैं. हम उनके काम को जटिल नहीं बनाना चाहते. वे जानते हैं कि उनसे क्या करने की उम्मीद की जाती है. हमारा काम उन्हें मैच जागरूकता जैसी छोटी-छोटी बातों के बारे में बताते रहना है. मुझे नहीं लगता कि हमें उन्हें और बताने और चीजों को जटिल बनाने की जरूरत है.”
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कैसा है यशस्वी-गिल और पंत का प्रदर्शन?
भारत की युवा बल्लेबाजी इकाई ने अब तक सीरीज में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. यशस्वी जायसवाल ने पर्थ में दूसरी पारी में शतक जड़कर सीरीज की शुरुआत की, लेकिन सलामी बल्लेबाज को निरंतरता के लिए संघर्ष करना पड़ा. शुभमन गिल ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए. यशस्वी ने 3 टेस्ट में 38.60 की औसत से 193 रन बनाए हैं. पंत के नाम 3 टेस्ट में 19.60 की औसत से 193 रन हैं. शुभमन गिल ने 2 टेस्ट मैचों में 20 की औसत से 60 रन बनाए हैं.
यशस्वी को आजादी देना चाहते हैं रोहित
रोहित शर्मा ने युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि टीम प्रबंधन पंत, गिल और जायसवाल जैसे खिलाड़ियों पर दबाव नहीं डालना चाहता और उन्हें सीरीज के बाकी बचे मैचों में खुलकर खेलने देना चाहता है. रोहित ने कहा, ”देखिए, यशस्वी यहां पहली बार खेल रहे हैं. उन्होंने पहले ही दिखा दिया है कि वह क्या करने में सक्षम हैं. जब आपकी टीम में ऐसा खिलाड़ी होता है, तो आप उनकी मानसिकता के साथ बहुत अधिक छेड़छाड़ नहीं करना चाहते. उन्हें जितना संभव हो उतना स्वतंत्र रहने दें.”
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‘मैदान पर जाएं और अपना खेल खुलकर खेलें’
रोहित ने आगे कहा, ”हम कोशिश करते हैं कि उनकी बल्लेबाजी के बारे में बहुत अधिक विचारों से उन्हें परेशान न करें. वह अपनी बल्लेबाजी को हम में से किसी से भी अधिक समझते हैं. उन्होंने इसी तरह से अपना क्रिकेट खेला है, अपने सभी रन बनाए हैं. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वह मैदान पर जाएं और अपना खेल खुलकर खेलें. उनके पास हर तरह के खेल खेलने की क्षमता है- चाहे वह होल्डिंग गेम हो या गेम पर हावी होना. यह सिर्फ उनके खेल के कुछ क्षेत्रों को समझने की कोशिश करने के बारे में है. मुझे यकीन है कि वह अन्य खिलाड़ियों के साथ ऐसा कर रहे हैं. जो खिलाड़ी पहले यहां खेल चुके हैं, वे अपना अनुभव साझा करते हैं.”
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शुभमन गिल के बारे में क्या कहा?
भारतीय कप्तान ने कहा, “आप उन्हें उनकी बल्लेबाजी के बारे में बहुत कुछ नहीं बताना चाहते. अगर वह अच्छा खेलते हैं, तो वह बहुत खतरनाक हो सकते हैं.” कप्तान ने शुभमन गिल के लिए भी एक संदेश दिया. उन्होंने कहा, ”गिल के बारे में बात करें तो वह एक बेहतरीन खिलाड़ी है. यह सिर्फ उस गुणवत्ता का समर्थन करने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि हम उन्हें साफ संदेश दें. जायसवाल की तरह, हम उनके साथ बहुत सारी चीजों को जटिल नहीं बनाना चाहते. वह अपनी बल्लेबाजी को वास्तव में अच्छी तरह से समझते हैं. वह जानते हैं कि बड़े रन कैसे बनाने हैं. यह सिर्फ यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि जब आप 30 या 40 रन बनाते हैं, तो आपको इसे बड़े रनों में बदलना होगा. यहां पर बल्लेबाजी करना सबसे कठिन हिस्सा है, इसलिए जब आप बल्लेबाजी करते हैं, तो आपको बड़े रन बनाने की कोशिश करनी होती है.”



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