Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:January 26, 2025, 09:28 ISTRepublic Day Parade 2025: नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस पर कवि वीरेंद्र वत्स का गीत बजाया जाएगा. इस बार की झांकी दिव्य और भव्य महाकुंभ पर आधारित है. आधा हिंदी और आधा संस्कृत में लिखा गया है. वीरेंद्र वत्स, कवि एवं गीतकार हाइलाइट्सउत्तर प्रदेश की झांकी में वीरेंद्र वत्स का गीत बजेगा.झांकी महाकुंभ पर आधारित, गीत हिंदी और संस्कृत में है.वीरेंद्र वत्स कई वर्षों से झांकी के लिए गीत लिख रहे हैं.लखनऊ: गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर निकलने वाली उत्तर प्रदेश की झांकी में राष्ट्रवादी कवि वीरेन्द्र वत्स का लिखा गीत बजाया जाएगा. पिछले वर्ष भी कर्तव्य पथ पर निकली उत्तर प्रदेश की झांकी के लिए कवि वीरेंद्र वत्स ने ही गीत लिखा था. इस बार की झांकी दिव्य और भव्य महाकुंभ पर आधारित है. आधा हिंदी और आधा संस्कृत में लिखे गए इस गीत के बोल हैं..
स्वर्गलोक की आभा उतरी तीर्थराज के आंगन मेंझूम रहे हैं साधु-संत जन, पुलक भरा है तन-मन मेंभव्योदिव्यो महाकुंभ, सर्वसिद्धिप्रदायक , प्रयागराजस्तीर्थानां प्रमुखो लोकविश्रुत
झांकी के लिए लिखते आ रहे हैं गीत
वीरेन्द्र वत्स कई वर्षों से लगातार उत्तर प्रदेश की झांकी के लिए गीत लिख रहे हैं. इन झांकियों को राष्ट्रीय स्तर पर दो बार प्रथम पुरस्कार मिल चुका है. प्रख्यात कवि वीरेंद्र वत्स द्वारा लिखे गये इस गजल की लोकप्रियता तो देशभर में लोगों के सिर चढ़कर बोलती है, जिसकी लाइनें कुछ यूं हैं.
नजर नहीं हैनजारों की बात करते हैं,जमीं पर चांद सितारों की बात करते हैंदोनों हाथों से बस्ती को लूटने वालेभरी सभा में सुधारों की बात करते हैं.इन लाइनों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब सदन में पढ़ा तो पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था.
सुलतानपुर के गौरव वीरेंद्र वत्स का जन्म 2 जनवरी 1963 को उत्तर प्रदेश में सुलतानपुर जनपद में कादीपुर तहसील के सराय ख्वाजा गांव में हुआ है. इनकी शुरुआती शिक्षा दीक्षा कादीपुर से ही हुई. उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में परास्नातक की उपाधि हासिल की. इन्होंने 33 वर्षों तक पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी. वर्तमान में राज्य सूचना आयुक्त उत्तर प्रदेश के पद पर आसीन हैं.
जानें इनकी कौन सी हैं 2 फेमस किताबें
आपको बता दें कि साहित्य के क्षेत्र में विशेष रुचि रखने वाले वीरेंद्र वत्स ने कई किताबें भी लिखी हैं. इसमें ‘कोई तो बात उठे’ गजल संग्रह मुख्य है. देश के प्रतिष्ठित प्रकाशकों में से एक वाणी प्रकाशन द्वारा हाल ही में आया इनका एक और काव्य संग्रह ‘तू जीत के लिए बना’ खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इनकी अधिकतर कविताएं राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत हैं.
Location :Lucknow,Uttar PradeshFirst Published :January 26, 2025, 09:14 ISThomeuttar-pradeshकर्तव्य पथ पर कवि वीरेंद्र वत्स के गीत का रहेगा जलवा, फिर गूंज उठेगी दिल्ली