रामपुर: एक समय था, जब रामपुर में डकैतों और अपराधियों का भय आम लोगों की जिंदगी का हिस्सा था. शाम होते ही लोग सुरक्षा को लेकर चौकन्ने हो जाते थे. डकैतों और अन्य संगीन अपराधियों की धमक के कारण पूरे इलाके में दहशत थी, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है.
पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति और सख्त कार्रवाई के कारण पिछले दो सालों में न तो कोई डकैती की घटना हुई है और न ही बड़ी रोड होल्डअप की रिपोर्ट आई है. पुलिस के रिकॉर्ड भी इस अपराध में आई गिरावट की पुष्टि करते हैं, जिसे पुलिस की सख्त नीति का नतीजा माना जा रहा है
डकैतों के खात्मे की कहानी
रामपुर पुलिस ने हाल के वर्षों में अपराधियों पर सख्त कदम उठाते हुए उन पर नकेल कसी है. एसपी विद्या सागर मिश्र के अनुसार पुलिस की सख्ती और गोली का डर अपराधियों के लिए बड़ा कारण बना है. इसके अलावा उन्हें मिलने वाला राजनीतिक संरक्षण खत्म हो गया है, जिससे अपराधियों में खौफ बढ़ा है. पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई और अपराधियों पर पैनी नजर रखने से जिले में अपराध दर में गिरावट आई है.
अपराध दर में गिरावट के आंकड़े
पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि 2022, 2023 और 2024 के दौरान जिले में एक भी डकैती की घटना नहीं हुई. हालांकि अन्य अपराध जैसे हत्या, चोरी और अपहरण की घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन कुछ सामाजिक अपराध, जैसे दहेज हत्या और घरेलू हिंसा की घटनाएं पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. पुलिस का कहना है कि 2024 में उन्होंने इन पर बेहतर नियंत्रण हासिल किया है.
समाज में आ गया है परिवर्तन
रामपुर में अपराध दर में कमी का एक और बड़ा कारण अपराधियों को मिलने वाला राजनीतिक और सामाजिक समर्थन का कम होना भी माना जा रहा है. अब समाज अपराधियों को वह स्थान या संरक्षण नहीं देता, जो कभी उन्हें मिलता था. इसका परिणाम है कि अपराधी खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं.पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति ने रामपुर में अपराध पर नियंत्रण पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. लेकिन समाज के भीतर मौजूद कुछ गहरे सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए भी लगातार प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण हो सके.
Tags: Local18, Rampur news, Rampur PoliceFIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 19:33 IST