रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में हुई स्थापित, शुरू हुए 12 तरह के अधिवास-Amazing coincidence, Lord Ram was present in Ram temple before 22nd January. – News18 हिंदी

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रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में हुई स्थापित, शुरू हुए 12 तरह के अधिवास-Amazing coincidence, Lord Ram was present in Ram temple before 22nd January. – News18 हिंदी



सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में गुरूवार से अधिवास का दौर शुरू हो गया. अधिवास के दौरान रामलला की अचल प्रतिमा को रामलला के गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया. इस दौरान 4 घंटे की पूजा और अनुष्ठान के बाद रामलला को उनके गर्भगृह पर निर्मित सिंहासन पर विराजमान कराया गया. यहीं पर प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित पूजा को संपन्न कराया जाएगा. इसके अलावा रामलला की एक रजत प्रतिमा स्थापित की गई है जिसका पूजन और अर्चन हो रहा है.

21 वैदिक विद्वानों की मौजूदगी में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा अपनी पत्नी के साथ रामलला के गर्भ गृह में पूजन में शामिल हुए. राम मंदिर ट्रस्ट के सभी सदस्य भी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल रहे. 4 घंटे तक वैदिक विद्वानों ने रामलला की परिसर में पूजन संपन्न कराया और भगवान रामलला के जन्म स्थान पर लगे स्तंभ में नवग्रह डाला. जिसमें हीरे, चांदी, स्वर्ण के साथ-साथ नौ ग्रहों के अलावा पवित्र नदियों का जल और पवित्र स्थलों की मिट्टी भी डाली गई. जिसमें प्रमुख रूप से यज्ञशाला , गौशाला, अश्वशाला की मिट्टी के अलावा तीर्थ स्थलों की मिट्टी शामिल थी.

रामलला की मूर्ति हुई स्थापितप्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए भगवान रामलला के आसन के नीचे स्वर्ण का श्री राम यंत्र लगाया गया और उस पर कमल दल पर भगवान रामलला की 5 वर्षीय बालक की खड़ी प्रतिमा को स्थापित किया गया है. यह वही प्रतिमा है जिसे मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य उडुपी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रपन्नाचार्य ने बताया कि जहां आज रामलला की स्थापना की गई उसे प्रतिमा के नीचे कर्म पीठ की प्रतिष्ठा की गई है. इसके अलावा नवरत्न तथा पवित्र स्थलों की रज भी वहां पर स्थापित की गई है.

शुरू हुए 12 अधिवासविश्व तीर्थ प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने बताया कि भगवान रामलला के जन्म स्थल पर लगाए गए स्तंभों में पवित्र नदियों के जल को भी डाला गया है. भगवान रामलला के सिंहासन के नीचे नवरत्नों को भी स्थापित किया गया है. जिसमें स्वर्ण, चांदी, माणिक, पन्ना, गोमेद, हीरा नीलम जैसे कीमती धातु भी शामिल है. भगवान रामलला की मूर्ति अब अपने जन्म स्थान पर पहुंच गई है. जहां पर भगवान रामलला की मूर्ति स्थापना से संबंधित आगे के धार्मिक अनुष्ठान को संपन्न कराया जाएगा. भगवान रामलला का आज से 12 तरह का अधिवास भी शुरू हुआ है जो 21 जनवरी तक चलेगा.
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : January 18, 2024, 21:44 IST



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