सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: कहा जाता है कि डूबते को तिनके का सहारा बहुत होता है. यही वजह है कि धर्मनगरी अयोध्या में नाविक और गोताखोर को डूबते हुए लोगों को बचने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. अयोध्या आने वाले भक्त राम मंदिर में दर्शन पूजन से पहले मां सरयू में स्नान करते हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरयू स्नान के दौरान बेहद ही जरूरी है. अब श्रद्धालुओं की सुरक्षा की खातिर उत्तर प्रदेश सरकार नाविक और गोताखोर को प्रशिक्षण दे रही है. जिसके तहत गुप्तार घाट के समीप एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में गोताखोर और नाविक मौजूद रहे.
आपको बताते चलें कि 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. प्रभु राम के विराजमान होने के साथ लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे. इस बीच श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसको लेकर शासन प्रशासन हर तरीके से तैयारी कर रहा है. यही वजह है कि जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे तो वह सबसे पहले मां सरयू में स्नान करेंगे. स्नान के दौरान कोई घटना ना घटे, यानी किसी की जान डूबने से न जाए. इसको लेकर अब भारत सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या में नाविक और गोताखोर को प्रशिक्षण दे रही है.
दुर्घटना से बचाव का दिया गया प्रशिक्षणराजस्व विभाग के विशेष सचिव राम केवल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 22 आपदाएं डिक्लेयर्ड है. इन आपदाओं को निपटने के लिए बचाव के लिए आज अयोध्या के गुप्ता घाट में नाविक और गोताखोरों के बीच में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इससे लोगों को काफी मदद मिलेगी.
गोताखोरों व नाविकों को मिली सेफ्टी किटनाविक बाबू निषाद ने बताया कि गुप्ता घाट पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कोई डूब रहा है उसे कैसे बचाना है. यह सब जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी गई है. हम लोगों को भी इस कार्यशाला बहुत कुछ सीखने को मिला है. हम लोगों को सुरक्षा किट भी वितरित की गई. अयोध्या में कार्यशाला का आयोजन बहुत अच्छी बात है.
.Tags: Ayodhya ram mandir, Ram mandir news, Saryu River, UP GovernmentFIRST PUBLISHED : January 4, 2024, 17:55 IST
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